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दूधाधारी कॉलेज में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत जागरूकता अभियान चलाया गया। प्राचार्य और विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए और पोषण रैली निकाली गई। 

रायपुर। शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय रायपुर में गृहविज्ञान विभाग, नेटप्रोफेन छत्तीसगढ़ चेप्टर और इग्नू के संयुक्त तत्वावधान मे सितंबर माह में चलने वाले ‘राष्ट्रीय पोषण माह 2024’ का अंतिम दिवस सफलतापूर्वक पूरा हुआ। यह आयोजन प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल के मार्गदर्शन और विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि मिंज के नेतृत्व में किया गया था। 

इस दिवस की शुरुआत भिलाई से आई टीम ने बोन मिनिरल डेंसिटी की जांच के कार्यक्रम से की। गृह विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का लाभ 300 से ज्यादा प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकों, कर्मचारियों और छात्राओं ने उठाया। कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचार्य के स्वागत के बाद डॉ. अभया जोगलेकर ने विभाग के द्वारा पोषण माह में की गई विभिन्न गतिविधियों की जानकरी दी। इसके बाद गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि मिंज ने अपने संबोधन में सही आहार और सही जीवन शैली के विषय में छात्राओं को मार्गदर्शन दिया। 

Organizing the event
कार्यक्रम का आयोजन

पोषण के बारे में जानना ही नहीं उसे जीवन में अपनाना भी जरूरी 

अंत में प्राचार्य महोदय ने अपने संबोधन में सभी छात्राओं से कहा कि, अपने भोजन और दिनचर्या का संपूर्ण ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। पोषण के बारे में सभी जानते हैं लेकिन पोषण को अपने जीवन में उतारना उससे भी ज्यादा जरूरी होता है। प्राचार्य ने यह भी कहा कि, यदि हम संतुलित आहार और स्वस्थ जीवन शैली को अपना लें तो इससे हमारा शारीरिक-मानसिक और आत्मिक सभी प्रकार का विकास होता है। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. रेखा दीवान और धन्यवाद ज्ञापन ज्योति मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम के बाद महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की छात्राओं ने ‘पोषण रैली’ निकाली जिसे प्राचार्य ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसका थीम ‘उत्तम पोषण, सही आहार’ था। 

The professor addressing the students
छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राध्यापिका

कार्यक्रम का समापन स्त्री और महिला रोग विशेषज्ञ के व्याख्यान से हुआ 

पोषण माह के अंतिम दिवस के कार्यक्रम की श्रृंखलाओं का समापन डॉ. रितु शिल्प वर्मा (स्त्री और महिला रोग विशेषज्ञ) के व्याख्यान के साथ हुआ। डॉ. रितु ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को पी सी ओ डी और माहवारी से संबंधित समस्याओं को विस्तार से समझाया और उनके समाधान के बारे में बताया। डॉ. रितु के अनुसार यदि हम भोजन में से मैदा, शक्कर और संवर्धित पदार्थ को हटा दें तो हमारा शरीर अपने आप खुद को ठीक करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, सेब मासिक स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतरीन फल है। यदि दिन में रोजाना एक सेब का सेवन किया जाए तो यह देखा गया है कि, माहवारी से संबंधित समस्याओं में राहत मिलती है। इस कार्यक्रम का संचालन ज्योति मिश्रा ने किया। 

The professor addressing the students
छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राध्यापिका

इस दौरान ये रहे मौजूद 

इस बहुआयामी दिवस पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल, डॉ. प्रीति शर्मा, गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि मिंज के साथ- साथ डॉ. नंदा गुरवारा, डॉ. वासु वर्मा, डॉ. अभया जोगलेकर, डॉ. अनुभा झा, डॉ अलका डॉ. रेखा दीवान, ज्योति मिश्रा, डॉ. रागिनी पान्डे  सहित अन्य विभागों के प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक, महाविद्यालय कर्मचारियों के साथ - साथ 200 से अधिक छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। एक माह तक चलने वाले विभिन्न जागरूकता अभियान में छात्राओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। संपूर्ण कार्यक्रम के संचालक द्वय डॉ. वासु वर्मा और डॉ. अभया जोगलेकर ने सभी छात्राओं को टीम भावना से काम करने के लिए आभार व्यक्त किया। 
 

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