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नकस्ली आदिवासी ग्रामीणों को धोखे में रखकर अंदरुनी क्षेत्रों के साप्ताहिक बाजारों में लंबे समय से नकली नोट खपा रहे थे।

रोशन चौहान/सुकमा- नक्सलियों की काली करतूत का पर्दाफाश हो गया है। इनके पास से नकली नोट के सेम्पल, प्रिंटर, भारी मात्रा में प्रिंटर की स्याही और अन्य सामाग्री बरामद की गई है। यह पूरा मामला कोराजगुड़ा के जंगलों का है। यहां पर भोले-भाले आदिवासी ग्रामीणों को धोखे में रखकर अंदरुनी क्षेत्रों के साप्ताहिक बाजारों में लंबे समय से नकली नोट खपा रहे थे। इसकी जानकरी पुलिस को होते ही भरमार बंदूक, वायरलेस सेट, भारी मात्रा में विस्फोटक सामाग्री मिली है। यह कार्यवाही जिला बल, डीआरजी, बस्तर फाईटर और 50 वाहिनी सीआरपीएफ ने की है। 

बता दें, सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ा खुलासा हुआ है। पहली बार नक्सलियों के पास से नोट छापने की मशीन मिली है। इनमें से 50,100,200,500 के नकली नोट के सैम्पल मिले हैं। 

पुलिस ने क्या बताया- 

सुकमा पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि, फंड की कमी से जूझ रहे नक्सली नकली नोट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए कोराजगुड़ा के जंगलों से बड़ी मात्रा में साम्रागी भी बरामद की गई है। 

नक्सलियों के डम्प से बरामद सामाग्रियों का विवरण-

1)    कलर प्रिंटर मशीन 01, नग ब्लेक प्रिंटर मशीन 01 नग इन्वर्टर मशीन 01 नग
2)    50,100,200 और 500 रुपये के नकली नोट
3)    भरमार बंदूक 02 नग भरमार बंदूक बैरल 01 नग 
4)    प्रिंटर मशीन कॉटिज 04 नग ईमेज किंग, जी.पी.एस. पाउडर (प्रिंटर मशीन) 118 नग

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