गणेश मिश्रा-बीजापुर। नए साल के पहले दिन हुए पुलिस-नक्सल मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के पश्चिम डिवीजनल कमेटी के सचिव ने प्रेस नोट जारी किया है। इस नोट के जरिए नक्सलियों ने जवानों पर सड़क का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर अंधाधुंध फायरिंग करने का आरोप लगाया है।
बीजापुर जिले के मुडवेंदी में हुए मुठभेड़ को लेकर नक्सलियों का आरोप है कि, नए कैंप बनने के तीसरे ही दिन जवानों ने सड़क का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर फायरिंग की। इस फायरिंग में 3 माह की दुधमुही बच्ची सोढ़ी बामन की मौत हो गई और मां सोढ़ी मासे गंभीर रूप से घायल हो गई है। नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर फायरिंग में शामिल जवानों को सजा देने की बात कही है।
ये है पूरा मामला
सोमवार शाम लगभग 5 बजे जिला बीजापुर के थाना गंगालूर अंतर्गत मुतवण्डी के जंगलों में पुलिस टीम और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवान घायल हुए हैं। घटनास्थल के पास ही गांव होने की वजह से एक महिला अपनी दुधमुंही बच्ची को लेकर गुजर रही थी। इस दौरान नक्सलियों की तरफ से हुई गोलीबारी में बच्ची को गोली लगी, जिससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बच्ची की मां के हाथ में गोली लगी। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार की सहायता के लिए एएसपी बीजापुर तुरंत बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायल महिला को अस्पताल भिजवाया। फिलहाल जवानों का सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।
आईजी सुंदरराज पी ने दी थी घटना की जानकारी
इधर मुठभेड़ के बाद आईजी सुंदरराज पी ने प्रेस नोट जारी कर घटना की जानकारी साझा की। पुलिस ने बताया कि, इस मुठभेड़ में एक दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई है और उसकी घायल मां को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। वहीं इस मुठभेड़ में कुछ नक्सली घायल भी हो गए हैं।