रायपुर। पूरे प्रदेश में पहली बार एक साथ पालक-शिक्षक बैठक होने जा रही है। यह मेगा बैठक 9 अगस्त को होगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शेड्यूल जारी कर दिया गया है। बीते सत्रों में भी शासकीय विद्यालयों में पैरेंट्स- टीचर्स मीटिंग होती रही है, लेकिन इसके लिए तिथियों का निर्धारण स्कूलों द्वारा अपने स्तर पर किया जाता रहा है। इस बार 9 अगस्त को प्रदेशभर के सभी शासकीय विद्यालयों में एक साथ पैरेंट्स-टीचर्स मीटिंग होगी। संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी सहित सभी जिलों के कलेक्टर को इस संदर्भ में खत जारी किया गया है।
जारी किए गए आदेश के अनुसार, पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन पूरे राज्य में एक साथ 9 अगस्त को किए जाने का निर्णय शासन द्वारा लिया गया है। इस बैठक को वृहद स्वरूप में संकुल स्तर पर आयोजित करने के लिए कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी अपने-अपने जिले के लिये कार्य योजना तैयार करेंगे। जिले के सभी अधिकारियों को एक-एक संकुल का प्रभारी बनाते हुए उन्हें सफल क्रियान्वयन का दायित्व सौंपा जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि, इस मेगा बैठक के सफल आयोजन से पूरे राज्य में पढ़ाई के प्रति सकारात्मक वातावरण तैयार होगा तथा पालकगण अपने बच्चों की पढ़ने-लिखने की प्रगति से अवगत हो सकेंगे।
बच्चों की होगी काउंसिलिंग
बैठक के जरिए पालकों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करते हुए उन्हें बच्चे की प्रगति से अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा बच्चों में संभावनाओं का आकलन कर पालकों के साथ समन्वय साधते हुए संयुक्त रूप से परिणाम उन्मुखी प्रयास किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने कहा है कि विद्यालयों में आयोजित की जाने वाली पालक- शिक्षक बैठक का प्राथमिक उद्देश्य बच्चों के शारीरिक- मानसिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एवं पालकों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करना है। बच्चों की संपूर्ण गतिविधियों से पालकों को अवगत कराया जाएगा जिससे कि बच्चों को सतत प्रेरणा एवं उचित मार्गदर्शन मिल सके। बच्चों की काउंसिलिंग कर उन्हें परीक्षा के तनाव से मुक्त करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा ड्राप आउट रोकने के लिए पालकों की भूमिका सुनिश्चित की जाएगी।
तिमाही-छमाही परीक्षा के बाद भी बैठक
9 अगस्त को होने वाली मेगा बैठक के बाद पालक-शिक्षक की द्वितीय एवं तृतीय बैठक का आयोजन विद्यालय स्तर पर तिमाही एवं छमाही परीक्षा के आकलन के 10 दिवस के भीतर किया जाएगा। प्रत्येक पालक को उनके बच्चे की अकादमिक एवं पाठ्येत्तर उपलब्धियों से व्यक्तिगत रूप से अवगत कराते हुए उनके प्रगति के संबंध में आवश्यक विमर्श भी करेंगे। बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा होगी, उसकी भी जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दी गई है। इसमें छात्रों की प्रगति के अलावा उनके लिए नियमित दिनचर्या निर्धारण सहित अन्य बिंदु शामिल है।