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मोहला में हथियार छोड़ घर लौट आओ, देंगे नहीं जिंदगी का आह्वान करते हुए नक्सल विरोधी अभियान के तहत मोहला, मानपुर, चौकी जिले में ऑपरेशन प्रयास चलाया जा रहा है।

एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला में हथियार छोड़ घर लौट आओ, देंगे नहीं जिंदगी का आह्वान करते हुए नक्सल विरोधी अभियान के तहत मोहला, मानपुर, चौकी जिले में ऑपरेशन प्रयास चलाया जा रहा है। 

एसपी वायपी. सिंह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स  डी.सी पटेल के दिशा निर्देश के तहत जिला पुलिस, डीआरजी और इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) के द्वारा जिले के विभिन्न नक्सल प्रभावित ग्रामों में पहुंचकर ग्रामीणों और सक्रिय नक्सलियों के परिवारजनों से मुलाकात कर, माओवादियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने  के लिए प्रोत्साहित  किया जा रहा है। 

बुजुर्ग के स्वास्थ्य को जाना 

इस ऑपरेशन प्रयास के पहले चरण में दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के अंतर्गत राजनांदगांव-कांकेर बार्डर डिवीजन के सदस्य और कोतरी एरिया कमेटी एलओएस, मोहला औंधी एरिया कमेटी और मदनवाड़ा एलओएस के कमांडर लोकेश उर्फ हरसिंग सलामे के बुजुर्ग माता-पिता और अन्य परिवारजनों से सौजन्य मुलाकात किया। इस अवसर पर लोकेश सलामे के माता पिता सहित अन्य परिवार जन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित हुए और पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बुजुर्ग माता पिता के स्वास्थ्य के बारे में जाना। शासन-प्रशासन के योजनाओं के लाभ प्राप्त होने के संबंध में भी जानकारी लिया नक्सल कमांडर के बूढ़े माता-पिता और अन्य परिवारजनों के सदस्यों का पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सत्कार उपरांत पलित कप्तान वायपी सिंह ने साड़ी, साल, मिठाई देकर बुजुर्ग माता-पिता को भेंट किया।

लोकेश सलामे के उपर 8 लाख का इनाम घोषित 

सुरक्षा बलों को तलाश-मानपुर विकासखंड के ग्राम आमाकोडो निवासी लोकेश सलामे 2007 से माओवादी संगठन में शामिल है। 2010 में महाराष्ट्र गढ़चिरौली के बोटेझरी जंगल से वह गिरफ्तार हुआ था। 2 वर्ष जेल में रहने के बाद जमानत उपरांत फिर से  हथियार थाम के बीहड़ों में माओवादी संगठन के लिए शीर्ष लीडर के रूप में पहचान कायम किए हुए हैं। जिसकी तलाश कांकेर बस्तर, महाराष्ट्र गढचिरौली तथा मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिले की पुलिस कर रही है सर पर 8 लाख का ईनाम घोषित है। 

एसपी बोले- नक्सलियों से लड़ाई अंतिम चरण में हैं 

लौट आओ देंगे नई जिंदगी के तहत एसपी वायपी. सिंह ने माओवादियों से अपील किया है कि, माओवादियों की लड़ाई अंतिम चरण में है। पुलिस फोर्स माओवादियों के गढ़ माड़ में पहुंच चुकी है। अभी भी समय है, समय रहते पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें और आम नागरिक की तरह समाज में जीवन यापन करें। छतीसगढ‌ शासन विभिन्न योजनाओं के तहत छग पुलिस के द्वारा आत्मसमर्पण करने पर नगद ईनाम, घर, नौकरी, राशन कार्ड, आधार कार्ड, व्यवसाय हेतु ऋण, कृषि हेतु जमीन, स्वास्थ्य बीमा, बस यात्रा में 50% छुट, अन्य नियमानुसार सुविधा प्रदाय किया जाएगा।

अब तक मारे गए 29 नक्सली

कमांडर पत्नी का बस्तर में एनकाउंटर हाल ही में कांकेर बस्तर के छोटे बिटिया थाना क्षेत्र के कलपर जंगल में 29 माओवादियो के एनकाउंटर में नक्सली कमांडर लोकेश सलामे की पत्नी मदनवाड़ा एलओएस कमांडर रीता सलामे मारी गई। गरीबी के थपेड़े के बीच परिवार-नक्सली कमांडर लोकेश सलामे के माता-पिता तथा भाई-बहन इस वक्त गरीबी के थपेड़े के बीच छोटे से गांव में निवासरत है जिन्हें आज पूरे सम्मान के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस कप्तान वायपी सिंह ने हाल-चाल जाना तथा हर तरह का सहयोग करने का परिवार जनों को आश्वासन दिया।
 

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