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रायपुर- बिलासपुर हाईवे किनारे एनएचएआई की बेशकीमती जमीन पर सैंकड़ो डंपर राखड़ को डंप कर दिया गया है। डंप किसकी अनुमति से की गई है इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।

प्रेमलाल पाल- धरसींवा/ कूंरा। छत्तीसगढ़ के रायपुर बिलासपुर हाईवे के सिक्स लेन किनारे एनएचएआई की जमीन पर रातों रात सैंकड़ों डंपर औद्योगिक राखड़ डंप कर दी गई है। डंप करने का काम किसकी अनुमति से हुआ इसका ज़बाब किसी के पास नहीं है। राखड़ उड़कर दुपहिया चालको की आंखों में चुभ रही जिससे दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है।

दरअसल रायपुर बिलासपुर हाइवे की सांकरा से सिमगा के सिक्स लेन के किनारे सरकारी जमीन पर रातों रात सैकड़ों डंपर राखड़ डंप कर दी गई है। वर्तमान में भी यह क्रम जारी है। लेकिन यह किसकी अनुमति से हुआ इसका जवाब किसी के पास नहीं है। बड़ा सवाल यह है की कहीं एनएचएआई की सिक्स लेन किनारे की बेशकीमती जमीन पर कब्ज़ा करने की कोई साजिश तो नहीं हो रही।

दुर्घटना की आशंका 

धरसीवां और चरोदा के बीच सिक्स लेन किनारे सैंकड़ो डंपर राखड़ डंप किए गए है। जिसके कारण सड़क से आवागमन करने वालों को भी परेशानी हो रही है। राखड़ उड़कर दुपहिया चालको की आंखों में चुभ रही है जिससे दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। कोई हादसा न हो जाए इसलिए सिक्स लाइन से राखड़ की बार-बार सफाई भी करानी पड़ रही है।

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कैमिकल युक्त राखड़ के कारण पानी लाल होने से फसलों को खतरा

फसलों पर मंडराया खतरा

भारी मात्रा में एनएचएआई की जमीन पर राखड़ डंप होने से नालों के माध्यम से खेतों तक जाने वाला पानी भी लाल हो गया है। कैमिकल युक्त पानी जब खेतों में पहुंचेगा तो धान की फसल को भी बर्बाद करेगा। रातों रात एनएचएआई की जमीन पर फेंकी गई कैमिकल युक्त राखड़ से रायपुर बिलासपुर हाइवे की निर्माण एजेंसी पुंज लॉयड के कर्मचारी भी हलाकान है। 

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सिलतरा की नामी फैक्ट्री की है राखड़

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राखड़ सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र की एक नामी फेक्ट्री की है। एक ओर जहां फैक्ट्री की राखड़ ठिकाने लगाने का काम चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर राखड़ डंप कर जमीन का लेबल सिक्स लेन के बराबर लाकर एनएचएआई की बेशकीमती जमीन को हड़पने की साजिश भी की जा रही है।

सवालों से भागें एनएचएआई अधिकारी 

इस संबंध में इस प्रतिनिधि ने जब एनएचएआई के अधिकारी आईईएस प्रवीण को कॉल कर पूरी बात बताई और उनका इस मामले में पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कॉल कट कर दिया। इसके बाद जब दोबारा उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

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