बेमेतरा। दुनिया में दान देने वालों की कभी कोई कमी नहीं रही है। आज इसी कड़ी में शासकीय प्राथमिक शाला खिलोरा की नवाचारी शिक्षिका सुचिता निषाद का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने आज जिले के सबसे बड़े शिक्षा संस्थान, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केन्द्र डाइट बेमेतरा को 45 हजार रुपये का टाटा कम्पनी की वोल्टास वाटर कूलर भेंट कर एक अत्यंत सुंदर और अनुकरणीय कार्य किया है। और प्रशंसनीय कार्य किया है। नवाचारी शिक्षिका सुचिता निषाद बहुमुखी प्रतिभा की धनी रही है बहुत सारे प्रशिक्षकों में वे मास्टर ट्रेनर के रूप में डाइट में आती रही है। शायद यही कारण है कि, डाइट से उनका एक अभिन्न लगाव स्थापित हो गया है।
पुनीत कार्य करने से ही बनता है व्यक्ति महान
डाइट के प्राचार्य जे.के.घृतलहरे को एक वाटर कूलर सप्रेम भेंट की। डाइट में पढ़ने वाले छात्र अध्यापकों और प्रशिक्षण में आने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं को बेहतर पेयजल उपलब्ध हो सके। संस्थान के प्राचार्य जे. के. घृतलहरे ने उनके इस अनुकरणीय कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा, इस तरह के पुनीत कार्य से शिक्षक की गरिमा और बढ़ जाती है। डाइट के इतिहास में यह दूसरी मर्तबा है जब किसी ने डाइट को इस तरह की भेंट दी है। इसके लिए सुचिता निषाद मैडम को डाइट परिवार हृदय से धन्यवाद देता है, और उनके उज्जवल और यशस्वी, मंगलमय् जीवन की कामना करता है। इस तरह के पुनीत कार्य करने से ही व्यक्ति महान बनता है।
छात्र और शिक्षकों की होती हैं प्रशिक्षण
नवाचारी शिक्षिका सुचिता निषाद ने कहा कि, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जिले का एक मात्र संस्थान है जहां पर जो व्यक्ति शिक्षक बनना चाहते हैं और जो शिक्षक बन चुके हैं, दोनों तरह के व्यक्तियों का प्रशिक्षण होता है। डाइट के व्याख्याता थलज कुमार साहू का मैं हृदय से आभारी हूँ और सदैव आभारी रहूंगी। उन्हीं से प्रेरित होकर मैंने एक वाटर कूलर बेमेतरा डाइट को देने का निश्चय किया। उन्होंने कहा कि, यह मेरे लिए भी सौभाग्य की बात है कि डाइट के लिए मैं कुछ कर सकी हूं। मेरे मन में इस तरह से परोपकार रूपी कार्य करने की अतः प्रेरणा मेरे माता-पिता, मेरे इष्ठ मित्रों एवं गुरुजनों और डाइट के व्याख्याता थलज कुमार साहू के प्रेरण और आशीर्वाद से ही यह संभव हो सका है। मैंने स्वप्न में भी कल्पना नहीं की थी कि, डाइट परिवार से मुझे इतना स्नेह और अपनापन प्राप्त होगा। आज मुझे पुरी जीवन की सबसे ज्यादा खुशियां प्राप्त हुई है।
सुचिता ने की है देहदान की घोषणा
उन्होनें कहा कि, आज मैं पूरे अंतर मन से कह सकती हूं कि मैं अपने जीवन में कम से कम एक अच्छे कर्म किए हैं। नवाचारी शिक्षिका सुचिता निषाद ने कहा कि, एक माह पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स रायपुर जाकर अपना शरीर भी दान कर दिया है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा फॉर्म भी सबमिट कर दिया है। वह कहती है कि, जीते जी तो मैं परोपकार का कार्य कर ही रही हूं मरने के बाद मेरा शरीर भी लोगों के काम आए इससे महान कार्य मेरे लिए कुछ हो ही नहीं सकता।
ये लोग थे मौजूद
इस मौके पर नवाचारी शिक्षिका सुचिता निषाद का डाइट परिवार ने भी खूब सम्मान किया। उन्हें शॉल श्रीफल और गिफ्ट भेंट कर उनका आत्मीय अभिनंदन किया। संस्थान के प्राचार्य जे के घृतलहरे ने उनकी पुनीत कार्य की प्रशंसा किया। डाइट परिवार की ओर से आत्मीय अभिनंदन पाकर शिक्षिका सुचिता निषाद भाव विभोर हो गई। नेत्रों से स्नेह की बूंदे टपकने लगी। उनकी आंखें छ्ल छ्ला आई। उन्हें लगा कि जीवन में पहली बार इस तरह का अभिनंदन मुझे प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर संस्थान के प्राचार्य जे के घृतलहरे, अनिल कुमार सोनी, जी एल खुटियारे, थलज कुमार साहू, यमुना जांगड़े, कीर्ति घृतलहरे, श्रद्धा तिवारी, अमिंदर भारती, नागेंद्र शर्मा, कमलेश शर्मा, पूनम पांडेय, सरस्वती साहू, योगेश शर्मा सहित सभी डाइट परिवार उपस्थित थे।