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पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, बजट में प्रदेश के विकास के लिए कोई विजन नहीं है। जुबानी जमा-खर्च के अलावा बजट में कुछ भी नहीं है। वहीं डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, इस बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन हमें निराशा मिली है।

रायपुर- छत्तीसगढ़ में आज पहला पेपरलेस बजट पेश किया गया है। बजट में सबसे ज्यादा महिलाओं, युवाओं और किसानों पर फोकस किया गया है। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने अमृतकाल की नींव रखने वाला और GREAT CG की थीम पर बजट पेश किया है। लेकिन विपक्ष ने इसे जीरो बजट बताया है। यानी उनके हिसाब से यह खोखला बजट है। 

विकास के लिए कोई विजन नहीं- पूर्व सीएम 

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, बजट में प्रदेश के विकास के लिए कोई विजन नहीं है। जुबानी जमा-खर्च के अलावा बजट में कुछ भी नहीं है। हमारी सरकार की योजनाओं का नाम बदलकर लागू किया गया है। इस बजट में कोई नई योजना नहीं है। फिर से लोगों को अलग-अलग पांव के चप्पल मिलेंगे और कुछ नहीं मिलने वाला है।  

योजनाएं छग के हित में नहीं- डॉ. महंत

बजट को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, इस बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन हमें निराशा मिली है। 10 स्तंभों के जरिए विकास की बात कही गई है। हलांकि  यह एक सपना है...बजट में सब कुछ खोखला नजर आता है। जितनी बार मोदी का नाम लिया, उतनी बार छग का नाम नहीं लिया गया। पीएम नरेंद्र मोदी की चाटुकारिता के लिए बजट पेश किया गया है। हमारी सरकार की योजनाओं में धनराशि दी गई है। कोई भी काम बंद करने की हिम्मत नहीं की गई है। इसका मतलब हमारी योजनाएं छग की हित में थीं। यहां के गरीबों, आदिवासियों और युवाओं के हित में थी, यह बजट किसी क्षेत्र में कोई योगदान देने वाला नहीं है।

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