इमरान ख़ान- नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के कई धान खरीदी केन्द्रों में अब तक बोहनी नहीं हुई है। धान की फसल पकने में विलंब होने के चलते यहां की खेती पिछड़ जाती है। जिस वजह से धान की बिक्री सही समय पर नहीं हो पा रही है। इस समय पूरे प्रदेशभर में धान खरीदी का महाभियान चल रहा है। प्रदेशभर के पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है।
नारायणपुर के तीन धान खरीदी केन्द्रों में अब तक बोहनी नहीं हुई है। धान की फसल नहीं पकने के कारण किसान यहां के किसान समय पर धान बेचने में असमर्थ हैं. @NarayanpurDist #Chhattisgarh #PaddyPurchase #farmers pic.twitter.com/0ksLL1ufMM
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 28, 2024
दरअसल नारायणपुर जिले के बासिंग, कोहकामेटा और ओरछा के केन्द्रों में अब तक धान खरीदी की शुरुआत नहीं हुई है। अबूझमाड़ के खेतों में फसल अभी पककर तैयार नहीं हुई है। जिसके कारण यहां की खेती पिछड़ जा रही है। जिसके कारण किसान समय पर धान नहीं बेच पा रहे हैं। पिछले साल माड़ के सभी केंद्रों में से बासिंग में सबसे ज्यादा धान खरीदी हुई थी। वहीं इस बार बोहनी नहीं होने से कर्मचारी भी किसानों की राह ताक रहे हैं।
फसल नहीं पकने के कारण हो रहा विलंब
जिले के बासिंग धान खरीदी केंद्र का मुआयना किया तो पता चला कि, धान कटाई के लिए किसानों के फसल अभी पककर तैयार नहीं हुए हैं। जिसके कारण धान को खरीदी केन्द्रों तक पहुंचने में विलंब हो रहा है। पिछले तीन साल से अबूझमाड़ में सरकारी दाम पर धान की खरीदी की जा रही हैं। जिससे किसानों को बिचौलिए से निजात मिल पाया हैं।
नारायणपुर के तीन धान खरीदी केन्द्रों में अब तक बोहनी नहीं हुई है। संसाधन की कमी के चलते किसान यहां के किसान समय पर धान बेचने में असमर्थ हैं. @NarayanpurDist #Chhattisgarh #PaddyPurchase #farmers pic.twitter.com/rG8nuODzss
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