Logo
डॉक्टरों की कमी की वजह से मरीजों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। अस्पताल के नाम पर रिफर सेंटर बना हुआ है। ऐसे में गरीब घर के लोग अपना इलाज कैसे करवाएं...

देवेश साहू/बलौदाबाजार- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार में सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के वजह से अस्पताल के नाम पर रिफर सेंटर बना हुआ है। जिले में लगभग 50 विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं। जिनमें से सिर्फ 15 डॉक्टर ही कार्यरत है। जो स्वीकृत पद के केवल 30 प्रतिशत ही है। इनमें से ज्यादातर डॉक्टर अपना प्राइवेट अस्पताल चला रहे हैं। जो मरीज सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचते हे, उन्हें ये डॉक्टर्स अपने निजी अस्पताल में आने की सलाह देते हैं।

जिला अस्पताल में सर्जन डॉक्टर नहीं...

बता दें, 150 बिस्तरों वाले जिला अस्पताल में सर्जन डॉक्टर तक नहीं है। भाटापारा में स्त्री रोग विशेषज्ञ, सर्जन और निश्चेतना के चिकित्सक नहीं है। 5 विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद रिक्त है। कसडोल में 6 विशेषज्ञ डॉक्टर के पद में से 4 खाली है। सिमगा में 5 विशेषज्ञ डॉक्टर के पद में सभी रिक्त है। सुहेला में 6 विशेषज्ञ डॉक्टर के 6 पद रिक्त है। पलारी में 5 विशेषज्ञ डॉक्टर के 5 पद रिक्त है। वहीं भाटापारा में 7 विशेषज्ञ डॉक्टर स्वीकृत पदों पर 4 रिक्त है।

मरीज दर-दर भटकते हैं...

लगभग 30 प्रतिशत डॉक्टरों के भरोसे ही जिले की स्वास्थ व्यवस्था की डोर है। मरीज के परिजन जैसे-तैसे प्राइवेट गाड़ी या 108 की मदद से जिला चिकित्सालय बड़ी उम्मीद लेकर पहुंचते हैं। लेकिन यहां डॉक्टरों की कमी के चलते प्राथमिक उपचार के अलावा और कोई इलाज संभव नहीं हो पाता। जिले के इस सबसे बडे शासकीय अस्पताल में सर्जरी के लिए एक भी डॉक्टर नहीं है, ऐसे में इमरजेंसी केस आने पर यहां के डॉक्टर पर्ची बनाकर सीधे मेकाहारा रेफर कर देते हैं। गंभीर मरीज को तत्काल इलाज की आवश्यकता होती है, ऐसे में मेकॉहारा न जाकर शहर के महंगे निजी अस्पतालों में मरीज को ले जाना गरीब परिवार वालों की मजबूरी बन जाती है। यहां करीब 300 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। सर्दी-खांसी आदि का इलाज तो हो जाता है, लेकिन गंभीर बीमारियों और आपात चिकित्सा के लिए यहां व्यवस्था नहीं है। जिले में विशेषज्ञ डॉक्टरों के पदों में 50 में केवल 15 कार्यरत है। इसके लिए समय-समय पर अपने अधिकारियों को सूचित करते हैं और कोशिश भी करते हैं कि वहां से कोई स्पेशलिस्ट आए। लेकिन ऐसा कुछ होता हुआ नजर नहीं आता...

5379487