सज्जाक खान-छुईखदान। छत्तीसगढ़ में आईपीएस अमरेश मिश्रा के एसीबी चीफ का दायित्व संभालने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो हरकत में आ गया है। खैरागढ़ जिले के छुईखदान में पीएचई कार्यालय में एंटी करप्सन ब्यूरो ने रिश्वत लेते अनुविभागीय अधिकारी को पकड़ा है। अधिकारी का नाम राजेश मरावे है जो पीएचई कार्यालय में अनुविभागीय अधिकारी के तौर पर पदस्थ है। गुरुवार को एसडीओ पीएचई के काम के भुगतान के एवज में 12 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। जिसे एंटी करप्सन ब्यूरो की 12 लोगों की टीम ने पकड़ लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की दोपहर 12 बजे ठेकेदार प्रवीण तिवारी अपने एक साथी के साथ सहायक अभियंता कार्यालय लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी कार्यालय पहुंचे। जहां अनुविभागीय अधिकारी राजेश मरावे अपने चेंबर में बैठे हुये थे। ठेकेदार अंदर पहुंचे तो हाय-हलो करने बाद ठेकेदार प्रवीण तिवारी ने थैले में रखें हुये डेढ़ लाख रुपये को उनके हाथो में सौंप दिया। जिसके बाद एंटी करप्सन ब्यूरो के अधिकारियों ने पीएचई एसडीओ राजेश मरावे को धर दबोचा। जैसे ही विभाग के अन्य कर्मचारियों को रेड का पता चला तो सबके होश उड़ गए।
खैरागढ़ जिले के छुईखदान में एंटी करप्शन ब्यूरो ने पीएचई एसडीओ राजेश मरावे को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा...बिल भुगतान के एवज में उसने ठेकेदार से 1.50 लाख रुपये घूंस के तौर पर मांगे थे.@kcgdistt #Chhattisgarh pic.twitter.com/ffS9xCwT7A
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) April 4, 2024
नल-जल योजना के बिल भुगतान के लिए मांगे थे पैसे
छुईखदान विकास खंड के अंतर्गत नल जल योजना में अरबों रुपये का काम चल रहा है। जिसमें अमगांव घाट में योजना के अंतर्गत टंकी निर्माण और पाइप लाइन के लिए ठेकेदार प्रवीण तिवारी को 62लाख रुपये का ठेका मिला था। जिसका बिल भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदार तीन चार महीनों से परेशान था।ठेकेदार को 17 लाख रनिंग बिल का भुगतान होना था। जिसे लेकर ठेकेदार तिवारी ने जनवरी के महीने में एंटी करप्सन ब्यूरो में शिकायत की थी। आज एंटी करप्सन ब्यूरो की टीम ने कार्यवाही करते हुए राजेश मरावे को 1.50 लाख रुपये लेते हुये रंगे हाथ पकड़ लिया। पीड़ित ठेकेदार बिल भुगतान को लेकर चार महीने से कार्यालय का चक्कर काट रहा था।
अलग-अलग स्थानों पर छिपे थे अधिकारी
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, एसीबी के अधिकारी चार से पांच गाड़ियों में पहुंचे हुए थे। जो अलग-अलग स्थानों पर गाड़ी खड़ी कर विभाग के ऊपर नजर जमाये हुये थे। जैसे ही ठेकेदार ने उन्हें पैसे पकड़ाए वैसे ही उन्होंने उसे रंगे हाथों पैसों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।