रायपुर। राजधानी रायपुर और रायगढ़ में कारोबारियों को मारने के लिए आए शूटरों को पिस्टल उपलब्ध कराने वाले बदमाश को पुलिस ने मध्यप्रदेश, बड़वानी से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जिस पिस्टल बेचने वाले को गिरफ्तार किया है, उसने अपने घर पर ही पिस्टल बनाकर फेसबुक में प्रचार किया था, जिस पर मलेशिया में बैठे गैंगस्टर मयंक सिंह की नजर पड़ गई और उसने फेसबुक के माध्यम से वाट्सएप कॉलिंग कर पिस्टल खरीदने 35 हजार रुपए में सौदा किया।
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि, शूटर रोहित सोनी को पिस्टल बेचने के आरोप में राजवीर सिंह चावला को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि, रोहित सोनी और उसके दो अन्य साथी फिरौती नहीं देने पर रायपुर और रायगढ़ में कोल कारोबारी और सड़क ठेकेदार की हत्या करने की नीयत से रायपुर आए थे। बदमाश अपनी मंशा में कामयाब हो पाते, इसके पूर्व पुलिस ने उन्हें दबोचने में कामयाबी हासिल की।
पूर्व में भी कई लोगों को बेच चुका है हथियार
राजवीर ने पुलिस को बताया है कि, उनका मूल काम बरतन बनाने का है। पैसों के लालच में आकर पीतल, लोहा मिक्स कर पिस्टल जैसे घातक हथियार बनाकर बेचने लगा। अपने द्वारा बनाए पिस्टल को बेचने के लिए राजवीर ने ग्राहक तलाश करने फेस बुक को माध्यम बनाया। राजवीर ने पुलिस को बताया है कि वह अब तक चार से पांच लोगों को पिस्टल बनाकर बेच चुका है। राजवीर ने पूर्व में किन लोगों को पिस्टल बेचा है, इसकी जानकारी उसे नहीं है।
पुलिस से बचने विदेशी नंबर से वाट्सएप कॉलिंग
पुलिस के अनुसार, पिस्टल खरीदी-बिक्री करने राजवीर विदेशी नंबर से संपर्क करता था। इसकी वजह राजवीर द्वारा पुलिस को चकमा देने के साथ बचना है। पुलिस ने राजवीर के कब्जे से अजरबैजान तथा पुर्तगाल के सिम कार्ड जब्त किया है। राजवीर अपने ग्राहकों से संपर्क करने के लिए वाट्सएप कॉलिंग से संपर्क करता था।
फेक आईडी से फेसबुक संचालित
पुलिस के अनुसार, पुलिस ने पिस्टल बेचने के आरोप में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसने अपना फेस बुक आईडी मोंटू सिंह के नाम से बनाया था। राजवीर पिस्टल बनाकर बेचने के लिए फेस बुक में पिस्टल का फोटो डालता था। फेस बुक में उसी फोटो को देखकर मलेशिया में बैठे गैंगस्टर अमन सिंह ने राजवीर से फेस बुक चैटिंग के माध्यम से उसका मोबाइल नंबर हासिल कर पिस्टल खरीदने डील की। डील पक्की होने के बाद मयंक के कहने पर राजवीर से पिस्टल लेने रोहित बाड़वानी पहुंचा।