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पीएम आवास योजना का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा तो जा कहां रहा है। यहां पर लगातार फर्जीवाड़ा हो रहा है। लेकिन अधिकारियों को खबर तक नहीं। ग्रामीण जब पार्षद के पास जाते हैं...तो उन्हें यह कह दिया जाता है कि, दूसरे की जगह है तो कैसे करें...

राजा शर्मा/डोंगरगढ़- केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को लाभ मिल रहा है। लेकिन इस योजना के नाम पर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में लगातार फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। जिसको लेकर कुछ दिन पहले दुर्ग के ज्वाइंट डायरेक्टर यहां पर पहुंचे थे और फर्जीवाड़े के खिलाफ कार्रवाई करने के बात कही थी। इसके बावजूद अधिकारी किसी भी तरह का एक्शन नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला नगर पालिका डोंगरगढ़ के वार्ड नंबर 08 का है। जहां बने आवास को देखकर और उस पर लिखे जानकारी को पढ़ कर सबके होश उड़ गए। 

दरअसल वार्ड नंबर 08 में वार्ड नं 02 के नाम से हितग्राही हितेंद्र साहू का आवास बना हुआ है। हितग्राही का नाम और वार्ड नंबर 02 इंदिरा नगर लिखा हुआ है। आवास का लाभ लेने वाले हितग्राही के बने पीएम आवास के सामने ही उसका एक पक्का आवास पहले से ही है। बताया जा रहा है कि, किसी नेता के रिश्तेदार का हैं। 

फाइल गायब होने पर क्या बोले नगर पालिका के अधिकारी 

नगर पालिका परिषद कार्यालय का रुख किया गया तो पता चला की इस आवास की फाइल ही नगर पालिका परिषद से गायब है। इस मसले को लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी कुलदीप झा ने कहा कि, मुझे डोंगरगढ़ में पदभार लिए अभी 7 महीने हुए हैं। मुझे आवास से संबंधित फर्जीवाड़ा की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिल रही है। ये जांच का विषय है, जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी। इस आवास से संबंधित फाइल के गायब होने पर को लेकर बोले कि, इस मामले में दोषी पर एफआईआर की जाएगी। शासकीय दस्तावेज का गुम होना एक बड़ा अपराध है और कितने फाइल गायब हुए हैं। उन्हें मैं देखता हूं, दोषियों को नही छोड़ा जाएगा।

गरीबों को आवास योजना का लाभ नहीं...फिर किसे मिल रहा फायदा 

बता दें, जरूरत मंद लोग आज भी अपने आवास के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। उन गरीबों को आवास मित्र नियम का हवाला देकर जमीन के कागज की मांग करते हैं वहीं दूसरी ओर एक ही पट्टा में पूरे परिवार का आवास बना देते हैं। इससे यह पता चलता है कि, पार्षद इनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे। क्योंकि पार्षद के वार्ड में पार्षद के बगैर जानकारी योजनाओं का मिलना मुश्किल है। 

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