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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम  में बिजली गुल होने के बाद अस्पताल में उपचार मोबाइल  टॉर्च के जरिए किया जा रहा है।

भोपालपटनम। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम के हालात बद से बदतर हो चुकी हैं। बिजली गुल होने के बाद अस्पताल में उपचार मोबाइल टॉर्च के जरिए किया जा रहा है। वहीं लेबर रूम में स्टाफ नर्स मोबाइल के टार्च के जरिए प्रसव करवा रही हैं।

अस्पताल में दो बड़े जनरेटर रखे हुए हैं, वह करीब दो साल से खराब है। वहीं, यहां सौर पैनल तो लगा है, लेकिन वह ज्यादातर खराब रहता है। अस्पताल में बिजली बाधित होने के बाद परेशानी निर्मित होती है। कभी- कभी तो पूरी रात बिजली गुल हो जाती है, ऐसे में जब मरीजों का इलाज और प्रसव का समय आता हैं, तो स्वास्थ्य कर्मियों को अपने मोबाइल टार्च या मोमबत्ती की रोशनी के सहारे चिकित्सा संबंधी सेवाएं देनी पड़ती हैं। इसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं और ग्रामीणों के उपचार पर पड़ रहा है।

जनरेटर दो साल से खराब

अस्पताल में पहले से दो जनरेटर लगे हुए हैं, दोनों करीब दो साल से खराब हैं और सौर ऊर्जा का उपकरण भी बंद पड़ा हुआ है। कलेक्टर ने 28 जून को भोपालपटनम दौरा किया था, लाइट की समस्या को देखते हुए उन्होंने तत्काल नया जनरेटर भिजवा दिया, लेकिन उसे इंस्टाल नहीं किया जा सका है।

अस्पताल में पसर जाता है अंधेरा

बिजली जाने के बाद अस्पताल में पूरा अंधेरा पसर जाता है। जिसके चलते वहां रखे फ्रिजर में टिटनेस, बच्चों को लगने वाली वैक्सीन भी खराब हो रहे हैं। वैक्सीन को ठंडी जगह फ्रिज में रखना होता है।

नया जनरेटर

बीएमओ डॉ. चलपति राव ने बताया कि,  नया जनरेटर आया है। उसे इंस्टाल करने सीएमएचओ को सूचना दे चुका हूं। इन्वर्टर था वो भी वायरिंग की वजह से खराब हो गया है।

 

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