रायपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारी अब और तेज हो गई है। भाजपा ने इस बार 400 पार के नारे के साथ लोकसभा में चुनाव जीतने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन करने का फैसला किया है। इसमें लोकसभा चुनाव को लेकर महामंथन होगा। अधिवेशन में अपने राज्य छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उनका पूरा मंत्रिमंडल, सभी विधायक, वर्तमान और पूर्व सांसद, प्रदेश के सभी पदाधिकारी, जिलाध्यक्षों को मिलाकर भाजपा के करीब 300 पदाधिकारी दिल्ली जाएंगे। अधिवेशन के लिए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने 14 वर्ग तय किए हैं, जिनसे जुड़े पदाधिकारी ही अधिवेशन में शामिल होंगे।
भाजपा ने इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी तैयारी प्रारंभ कर दी है। लोकसभा क्षेत्रों को 146 क्लस्टरों में बांटने के बाद हर राज्य में लोकसभा की तैयारी तेज कर दी गई है। छत्तीसगढ़ में भी लगातार लोकसभा चुनाव को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है। क्लस्टर के प्रभारियों, लोकसभा के प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजक और सह संयोजकों के बाद पर्यवेक्षक भी तय हो गए हैं। अब इस माह विधानसभा के भी प्रभारी और सह प्रभारी तय होंगे, साथ ही कई समितियों का गठन करके भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।
दिल्ली में जुटेंगे देशभर के नेता
भाजपा ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए ही अपना राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में 17 और 18 फरवरी तो तय किया है। शनिवार और रविवार को अधिवेशन रखने के पीछे का कारण यह है कि इस समय छत्तीसगढ़, मप्र के साथ ही और कई राज्यों में राज्य सरकारों का बजट सत्र चल रहा है। ऐसे में राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के साथ विधायकों को अधिवेशन में पहुंचने में परेशानी न हो, इसलिए सोचकर तारीख तय की गई है।
इन 14 वर्गों से जुड़े नेता ही जाएंगे
अधिवेशन के लिए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने 14 वर्ग तय किए हैं। इन वर्गों से जुड़े नेता ही अधिवेशन में शामिल होंगे। इन वर्गों में पहला वर्ग भाजपा के राष्ट्रीय संगठन के पदाधिकारियों और दूसरा कार्यकारिणी के सदस्यों का है। इसके बाद के वर्गों में लोकसभा और राज्यसभा के वर्तमान और पूर्व सांसद, प्रदेश के सभी मंत्री, विधायक, प्रदेश संगठन के पदाधिकारी, मीडिया विभाग के संयोजक, आईटी विभाग के संयोजक, राष्ट्रीय और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता, क्लस्टर के प्रभारी, लोकसभा के प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजक, सह संयोजक, जिलाध्यक्ष जिलों के प्रभारी, नगर निगम के महापौर, पालिकाओं, नगर पंचायतों के अध्यक्ष, जिला पंचायतों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष शामिल हैं।
लोकसभा पर होगा फोकस
अधिवेशन में संगठन को लेकर चर्चा के साथ अहम चर्चा लोकसभा चुनाव को लेकर होगी। जानकारों का कहना है, संभावना यही है कि अधिवेशन से पहले लोकसभा के प्रत्याशियों की पहली सूची भी घोषित हो जाएगी। अधिवेशन में लोकसभा चुनाव में क्या-क्या करना है, किस तरह से जीतना है, इसको लेकर राष्ट्रीय नेताओं का मार्गदर्शन मिलेगा। साथ ही संगठन की गतिविधियों को लेकर भी चर्चा होगी। अधिवेशन से पहले देशभर में गांव चलो घर-घर चलो अभियान भी पूरा हो जाएगा। इसका पूरा फीडबैक भी सभी राज्यों से अधिवेशन में राष्ट्रीय संगठन को मिल जाएगा।