मोनिका दुबे-रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर नगर निगम के सामने गार्डन का लगातार व्यावसायिक उपयोग जारी है। तैयारी में जुटे लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक़ 25 फरवरी, रविवार को लर्निंग लेन एजुकेशन सेंटर द्वारा गार्डन में मेला-ठेला नाम से प्राइवेट एग्जीबिशन इवेंट कराया जा रहा है। इस एग्जीबिशन इवेंट में बच्चों और उनके पेरेंट्स द्वारा आर्ट एंड क्राफ्ट का कंपटीशन कराया जाएगा। जिसके रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ स्टॉल बुकिंग कराया गया है। कार्यक्रम आयोजन के लिए गार्डन का एक चौथाई हिस्सा पर टेंट लगाया जा रहा है।
इस मामले को लेकर लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि, नगर पालिका निगम रायपुर के पास इतने सारे सामुदायिक भवन हैं। ओपन ग्राउंड है बावजूद गार्डन में निजी संस्थाओं को कार्यक्रम के लिए देना कहीं ना कहीं निगम के अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों ने आगे कहा कि, एक तो शहर में कहीं बैठने उठने के लिए जगह नहीं है जहां हम थोड़ी देर शांति से बैठ जाएं। एक दो गार्डन हैं उसमें भी पहले से मेंटनेंस के नाम पर चौपाटी खोल दी गई है। चौपाटी खुलने के बाद गार्डन का सत्यानाश हो गया है और अब हत्या करने की कोशिश हो रही है।
लोगों ने दी प्रदर्शन करने की चेतावनी
अधिकारियों द्वारा परमिशन क्यों दिया गया ये घोर निंदनीय है और हम इस काम का विरोध करते हैं। जिस कार्यक्रम के लिए परमीशन दिया गया है उसको तत्काल हटाया जाए और आगे कोई भी कार्यक्रम गार्डन में न हो इसका ध्यान रखा जाए। नहीं तो हम धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि, नगर पालिका निगम रायपुर के कार्यों को देखकर लगता है कि मानों निगम के अधिकारी जैसे बिल्ली को दूध की रखवाली के लिए कह दिया गया हो।