रायपुर। देशभर के छह सौ से ज्यादा डीलर्स ने दोपहिया ई-वाहन बनाने वाली कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। करीब 500 करोड़ का बकाया दो साल से न देने की बात कहते हुए दो सौ से ज्यादा डीलर कंपनी के गुरुग्राम के दफ्तर पहुंच गए और अपने पैसों की मांग कर रहे हैं। इनमें छत्तीसगढ़ के भी डीलर शामिल हैं। डीलर्स ने अपने वर्ल्ड फेडरेशन जेईईवी और वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह सहित देश के कई केंद्रीय मंत्रियों को पत्र लिखकर हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
फेडरेशन के अध्यक्ष निशांत बंसल ने हरिभूमि को बताया, देशभर के डीलर्स ने हीरो इलेक्ट्रिक व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को वाहन लेने के लिए एडवांस में जहां करोड़ों रुपए दिए हैं, वहीं वारंटी के सामान का भी सौ करोड़ रुपए कंपनी पर बकाया है, इसी के साथ सब्सिडी का भी पैसा है। कुल मिलाकर देशभर के कारोबारियों का पांच सौ करोड़ है, जो कंपनी के पास है। कंपनी प्रबंधन ये पैसे नहीं दे रहा है।
50 हजार वाहन खराब
श्री बंसल ने बताया,कंपनी के पांच लाख से ज्यादा वाहन हम कारोबारियों ने देश भर में बेचे हैं। इनमें से 50 हजार वाहन किसी न किसी सामान के खराब होने के कारण चल नहीं रहे हैं। इन वाहनों के लिए कंपनी सामान भी उपलब्ध नहीं करा रही है। कंपनी वाहनों के लिए बैटरी भी समय पर नहीं देती है। ऐसे में कंपनी से ग्राहक का भरोसा उठ गया है। ऐसा होने से डीलर्स को भी परेशानी हो रही है। ग्राहक तो उन डीलर्स के पास आते हैं जिनसे उन्होंने वाहन लिए हैं। अब तो उनका धंधा भी चौपट हो रहा है। कंपनी के कारण अब शोरूम भी बंद होने की स्थिति में हैं। कंपनी ने वाहन भी बनाने बंद कर दिए हैं। कंपनी ने जिन डीलरों से वाहनों के लिए एडवांस लिया है, उसको भी वापस नहीं किया जा रहा है।
दो माह में भी पैसे देने तैयार नहीं
श्री बंसल ने बताया, हम लोग बीते दो दिनों से गुरुग्राम में हैं। हम लोगों ने पैसों के लिए कंपनी प्रमुख नवीन मुंजाल से बात की है। हम लोगों ने अपना पैसा मांगा। बातचीत में हमने कहा, हमें अभी आधे पैसे ही दे दें, लेकिन वे तैयार नहीं हुए। इसके बाद 25 फीसदी पैसों की मांग की गई, उसके लिए भी तैयार नहीं हुए। हमने एक माह में पैसे देने की बात की, इसके बाद दो माह का समय भी दिया, लेकिन वे तैयार नहीं हो रहे हैं। इससे साफ है कि उनकी नीयत हमारे पैसे देने की नहीं है। ऐसे में हम लोगों ने अपने पैसों की वापसी के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मदद की मांग की है।
छत्तीसगढ़ में भी दो दर्जन डीलर
छत्तीसगढ़ में भी कंपनी के करीब दो दर्जन डीलर हैं। एक डीलर आयुष खेमुका भी गुरुग्राम में हैं। उन्होंने बताया, छत्तीसगढ़ के डीलर्स भी अपने पैसे लेने के लिए गुरुग्राम पहुंचे हैं। फेडरेशन के साथ मिलकर हम भी आंदोलन में शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में भी कंपनी के हजारों वाहन बिके हैं। कई वाहन यहां भी सामान न मिलने के कारण खराब पड़े हैं।