रायपुर। लोकसभा में राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय ने छत्तीसगढ़ रेल परियोजना कार्य को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में रेल विकास के लिए 6,922 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यह छत्तीसगढ़ वासियों के लिए सौभाग्य की बात है। छत्तीसगढ़ राज्य में रेल लाइनों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण किया गया है। वर्ष 2014 से 2024 के दौरान 31 किलोमीटर प्रति वर्ष रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य में 37,018 करोड़ रुपए की लागत से 2,731 किलोमीटर की 25 नई रेल लाइन परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के 32 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। जिसमें राजनांदगांव, डोंगरगढ़, अकलतरा, अंबिकापुर, बैकुंठपुर, बालोद, बाराद्वार, बिल्हा, ऐसे 32 स्टेशन इसमें शामिल हैं।
141 रेल ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण
सांसद ने बताया कि वर्ष 2014 से अब तक छत्तीसगढ़ राज्य में 141 रेल ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में लाइन की क्षमता बढ़ाने के लिए दोहरीकरण, तिहरीकरण एव चौथी लाइन का कार्य वृहद रूप से प्रारंभ है। पहले वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 143 किलोमीटर नए सेक्शन, 133.3 किलोमीटर मल्टी ट्रैकिंग, 3.8 किलोमीटर नई रेल लाइनें और 6 किलोमीटर गेज परिवर्तन का काम पूरा किया गया था। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए कुल 421 किलोमीटर का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 224 किलोमीटर मल्टी ट्रैकिंग, 20 किलोमीटर नई रेल लाइनें और 177 किलोमीटर गेज परिवर्तन शामिल है। इस प्रकार से वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का 460 किलोमीटर सेक्शन ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से लैस है।
डोंगरगढ़ से कटघोरा नई रेल शुरू करने की मांग
डोंगरगढ़ से कवर्धा होते हुए कटघोरा रेलवे लाइन जाती है। यह ज्वाइंट वेंचर है और मेरे क्षेत्र का उसमें 90 प्रतिशत हिस्सा आता है। यह शॉर्टकट रूट है, इस रूट पर खनिज का बहुत परिवहन होने वाला है। कोरोना काल से बंद रायपुर से डोंगरगढ़ मेमू ट्रेन, जो बंद हो चुकी है, उसे शीघ्र प्रारंभ करना चाहिए, जिससे निम्न मध्यमवर्गीय मजदूर, कर्मचारी यात्रा करते हैं। सबसे ज्यादा डिमांड इस मेमू ट्रेन की है। दो डिमांड हैं मेनू ट्रेन प्रारंभ हो और डोंगरगढ़ से कटघोरा नई रेल लाइन बहुत ही महत्वाकांक्षी है, इसे शीघ्र ही शुरू किया जाए।