Logo
मानसून सक्रिय होने के बाद बस्तर के दक्षिणी क्षेत्रों में बाढ़ के हालात रहे हैं। यहां हाईवे तक पानी भर चुका था। भारी बारिश ने पुलिये और सड़कों को खासा नुकसान पहुंचाया है।

जगदलपुर।  मानसूनी सीजन में मैदानी इलाकों में भले ही राहत रही हो, लेकिन बस्तर के बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर में बारिश ने जमकर कहर बरपाया। एक हफ्ते की बारिश एक पुलिया बहा ले गई और कई सड़कों की मिट्टी, मुरुम काटकर उनको आधा कर दिया। हालात यह हैं कि इन सड़कों पर आवाजाही मुश्किल हो रही है। मानसून का अभी आधा सीजन बाकी है, यहां रुक- रुक कर बारिश हो रही है। जाहिर है, भारी बारिश मुसीबत बढ़ाने वाली है।

गौरतलब है, मानसून सक्रिय होने के बाद बस्तर के दक्षिणी क्षेत्रों में बाढ़ के हालात रहे हैं। यहां हाईवे तक पानी भर चुका था। भारी बारिश ने पुलिये और सड़कों को खासा नुकसान पहुंचाया है। सर्वाधिक नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले की दो सड़कें, कोंडागांव जिले की संबंलपुर में एक और बस्तर जिले के पखनार की सड़क बेहद खराब हो चुकी है। एक तरह से मुरुम, मिट्टी के बहाव के साथ यहां आवागमन मुश्किल हो गया है।

ईई व एसडीओ को देंगे नोटिस

बस्तर जिले के पखनार रोड बारिश में खराब होने की सूचना क्षेत्र के पीडब्ल्यूडी के एसडीओ ने उच्च अधिकारियों को नहीं दी। इसके वजह से सीई द्वारा पीडब्ल्यूडी उत्तर बस्तर संभाग जगदलपुर क्रमांक-दो के कार्यपालन अभियंता एवं एसडीओ को नोटिस भेजा जा रहा है।

आवागमन के लायक मार्ग को सुधारा

लोक निर्माण विभाग जगदलपुर क्षेत्र के मुख्य अभियंता जीआर रावटे ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की जर्जर तीन सड़कों को ग्रामीणों के आवागमन के लायक सुधारा गया है। बारिश के बाद ऐसी सड़कों की मरम्मत की जाएगी ।


 

5379487