रायपुर। धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर से बच्चे पहली बार रायपुर पहुंचे हैं। ये बच्चे इस सफर को हमेशा याद रखेंगे, क्योंकि, इस सफर में उनका एक सपना भी पूरा हुआ है। ये बच्चे जगदलपुर से रायपुर फ्लाइट से पहुंचे हैं। ये पहली बार फ्लाइट में बैठे। इस दौरान बच्चों ने कहा – इट्स माय ड्रीम, वी आर एक्साइटेड।
ये बच्चे रायपुर में सीएम विष्णुदेव साय से मुलाकात करेंगे। राजधानी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगे और आजादी का महापर्व अपनी आंखों से देखेंगे।
प्रशासन ने बच्चों को हवाई यात्रा के लिए चुना
बीजापुर जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण अलग-अलग समस्याओं से घिरा हुआ है। ऐसे में जब यहां के बच्चे मुस्कुराते हुए एयरपोर्ट पहुंचे तो उनकी आंखों में बदलाव की आस दिखी। इन बच्चों को प्रशासन ने हवाई यात्रा के लिए चुना। ये बच्चे राज्य़पाल और सीएम निवास, पुरखौती मुक्तांगन, मंत्रालय, ऊर्जा पार्क और शॉपिंग मॉल का भ्रमण करेंगे।
माओवादी आतंक से जूझते बीजापुर में बदलाव की नई बयार !!!
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 14, 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में माओवादी आतंक से प्रभावित बीजापुर में अब सुशासन की नई लहर—100 मेधावी बच्चे आज़ादी के महापर्व में शामिल होने रायपुर पहुंचे। शिक्षा का उजाला अब बीजापुर की नई पहचान बन रहा है।… pic.twitter.com/WQR6IkMbwY
हम रायपुर घुमने के लिए एक्साइटेड हैं- स्टूडेंट
एक छात्र देवांश ने बताया कि, हम पहली बार फ्लाइट में बैठे। हमारे लिए ये किसी सपने की तरह है। पिछली परीक्षा में अच्छे नंबर स्कोर करने वाले बच्चों को यह मौका मिला है। राजधानी में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम से लेकर सबकुछ देखने के लिए हम बहुत एक्साइटेड हैं।
बीजापुर कलेक्टर ने बच्चों के साथ ली सेल्फी
बीजापुर के कलेक्टर अनुराग पांडेय ने इस मौके पर बच्चों के साथ सेल्फी ली। उन्होंने कहा कि, रायपुर में बच्चे जो कुछ भी देखकर सीखें वो अपने दोस्तों को जरूर बताएं। फ्लाइट का एक्सपीरियंस कैसा रहा ये भी अपने दोस्तों से साझा करें।
अब मेधावी बच्चे बनेंगे जिले की पहचान – बीजापुर कलेक्टर
कलेक्टर अनुराग पांडेय ने बताया कि, सीएम साय के निर्देश पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। सीएम साय के शासनकाल में शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार आया है। राज्य शासन के प्रयासों से प्रदेश में बंद पड़े स्कूल वापस खोले जा रहे हैं। हजारों बच्चे शिक्षा के अधिकार का लाभ ले रहे हैं। जल्द ही मेधावी बच्चे बीजापुर की पहचान बनेंगे।