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सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार कई जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। जिसका सीधा लाभ गरीबों को मिल रहा है। फिर चाहे लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध करना हो, या फिर कैंसर पीड़ित सुशील मुण्डा का सफल ऑपरेशन कराना हो।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा की सरकार को एक साल पूरे हो गए हैं। इस दौरान सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का सीधा लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है। फिर चाहे वह 'मोदी की गारंटी' के तहत राज्य में सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराना हो, या फिर गंभीर बीमारियों से पीड़ितों की इलाज में मदद हो। ऐसे सैकड़ों उदाहरण हैं, कि लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित रहे, लेकिन पैसों की कमी के चलते उपचार नहीं करा पा रहे थे। ऐसे लोगों को सरकारी मदद मिली है। 

कैंसर पीड़ित सुशील मुण्डा का हुआ सफल ऑपरेशन
इसी कड़ी में रायगढ़  में स्व.श्री लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध संत बाबा गुरु घासीदास स्मृति शासकीय चिकित्सालय लगातार अपनी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयास करते हुए मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रही है। इस कड़ी में कान, नाक, गला विभाग द्वारा जशपुर निवासी 33 वर्षीय सुशील मुण्डा का डीन डॉ. विनीत जैन एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ.मनोज कुमार मिंज के मार्गदर्शन में सफल ऑपरेशन किया गया। 

कैंसर पीड़ित सुशील मुण्डा
ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों की टीम के साथ कैंसर पीड़ित सुशील मुण्डा

सुशील मुण्डा की चली गई थी आवाज 
उल्लखेनीय है कि जशपुर  निवासी 33 वर्षीय मरीज सुशील मुण्डा के लिए यह एक विकट स्थिति थी। वह पिछले दो वर्षों से खांसी की समस्या से पीडि़त थे। पिछले 6 महीनों से उसकी आवाज ने भी उसका साथ छोड़ दिया था। वे कई जगह ईलाज के पश्चात निराश होकर मेडिकल कॉलेज रायगढ़ पहुँचे। नाक, कान, गला रोग विभाग में विभिन्न तरह की जांच से पता चला वह स्वर यंत्र के कैंसर से पीडि़त है। जिसका इलाज महँगा है और बड़े महानगरों में होता है, किंतु कान, नाक, गला रोग विभाग के विशेषज्ञ सर्जन ने उन्हें आश्वस्त किया कि इसका इलाज मेडिकल कॉलेज में संभव है और विशेषज्ञ सर्जन द्वारा इलाज की विभिन्न प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। रोगी की सहमति के बाद विभिन्न विभागों ने मिलकर सर्जरी की तैयारी की गई। 

सस्ती दरों पर उपलब्ध करायी जा रहीं दवाइयां 
सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा मोदी की गारंटी के अनुरूप राज्य में सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल के निर्देशन में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत सभी जिलों में जन औषधि केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस एवं "सुशासन दिवस" के उपलक्ष्य में राज्य के शासकीय चिकित्सालयों में जन औषधि केंद्र का शुभारंभ कर उनका संचालन शुरू किया जा रहा है। सुशासन दिवस के मौके पर इसी सप्ताह राज्य में  51 नवीन जन औषधि केंद्रों का संचालन शुरू कर  छत्तीसगढ़ की जनता को समर्पित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि राज्य में नवंबर माह तक  68 जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे थे जिनमें दिसबर माह के अंत तक 51 जन औषधि केंद्रों की वृद्धि हो जाएगी। 

A woman brings medicines from Jan Aushadhi Kendra
जन औषधि केंद्र से दवाइयां लेकर आती महिला

बढ़ाई जा रही जन औषधि केंद्रों की संख्या

सीएम श्री साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशन में 26 जनवरी 2025 तक राज्य में 151 जन औषधि केंद्रों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। वहीं 31 मार्च 2025 तक राज्य में 200 जन औषधि केंद्रों की स्थापना एवं संचालन किया जाएगा। राज्य के समस्त शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों से संबद्ध चिकित्सालयों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अन्य शासकीय अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों का संचालन अस्पताल प्रबंधन अथवा रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से किया जा रहा है। 

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बाजार से काफी कम कीमत पर मिलती हैं दवाएं 

उल्लेखनीय है कि, प्रधानमंत्री जन औषधि योजना में शासन द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम दर पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जन औषधि केंद्र, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत खोले गए आउटलेट हैं। जन औषधि केंद्रों का उद्देश्य सभी वर्गों के लोगों को किफ़ायती दामों पर अच्छी गुणवत्ता की दवाइयां उपलब्ध कराना है। इन केंद्रों पर दवाइयां खुले बाजार की तुलना में 50 फीसदी से 90 फीसदी तक कम कीमत पर उपलब्ध होती हैं।

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