Logo
कलेक्टोरेट की तीन मंजिला बिल्डिंग का कई हिस्सा जर्जर हो गया है। इसके कारण इस बिल्डिंग की कई दीवारों में जहां दरारें आ गई हैं ।

रायपुर। कलेक्टोरेट बिल्डिंग की दूसरी मंजिल में खनिज विभाग के दफ्तर के सामने बरामदे में छत का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। इस हादसे के दौरान बरामदे में कोई नहीं था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि यह हादसा बड़ा रूप भी ले सकता था, क्योंकि बरामदे में हर रोज अधिकारियों - कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में आम लोगों का आना-जाना लगा रहता। यही नहीं, हादसे के कुछ घंटे पहले कलेक्टर डा. गौरव सिंह भी विभागीय कार्यालयों का निरीक्षण के दौरान इसी बरामदे से होकर खनिज विभाग के दफ्तर पहुंचे थे। गनीमत है कि छज्जा जिस समय गिरा, उस दौरान बरामदे में न ही कलेक्टर मौजूद थे और न ही अधिकारी- कर्मचारी या आम लोग, नहीं तो हादसे में उन्हें भी चोटें लग सकती थी।

जर्जर हो चुकी है बिल्डिंग

कलेक्टोरेट की तीन मंजिला बिल्डिंग का कई हिस्सा जर्जर हो गया है। इसके कारण इस बिल्डिंग की कई दीवारों में जहां दरारें आ गई हैं, वहीं दीवारों के बाहर निकले छज्जे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इससे पहले भी बिल्डिंग कैम् के मुख्य गेट के ऊपर का छज्जा, टाउन हॉल की तरफ के छज्जे का बड़ा स्लैब नीचे गिर चुका है। बताया जा रहा है कि टाउन हॉल की तरफ जब छज्जा गिरा था, तो उस समय उसके नीचे में कुछ दोपहिया वाहन पार्क थे। छज्जे के कुछ टुकड़े वाहन पर भी गिरे थे, जिससे वाहन को नुकसान पहुंचा था।

नई कलेक्टोरेट बिल्डिंग के कारण पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत नहीं

कलेक्टोरेट में 5 मंजिला नई कंपोजिट बिल्डिंग का निर्माण होना है। 29 करोड़ से अधिक लागत से बनने जा रही इस बिल्डिंग की डिजाइन से लेकर टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, लेकिन इसके बाद भी इसका निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया है। नई बिल्डिंग के कारण जर्जर हो रही पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत भी नहीं कराई जा रही है।

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

पुरानी बिल्डिंग के कई हिस्से जर्जर हो चुके हैं। ऐसे में इस बिल्डिंग का कहीं भी कभी भी छज्जा गिर सकता है, जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता है।

बिल्डिंग में कई विभागों के दफ्तर संचालित

तीन मंजिल बिल्डिंग में अधिकारियों के कोर्ट के साथ खनिज विभाग, आबकारी विभाग, भू-अभिलेख, योजना एवं सांख्यिकी, खाद्य विभाग, आदिवासी विकास विभाग, समग्र शिक्षा सहित अन्य विभागों के दफ्तर संचालित होते हैं। इन दफ्तरों में अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में कर्मचारी ड्यूटी करते हैं।

कृषि विभाग की बिल्डिंग भी हो चुकी है जर्जर

कलेक्टोरेट स्थित कृषि विभाग की बिल्डिंग भी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस बिल्डिंग की दूसरी मंजिल के कई कमरों के छज्जे गिर चुके हैं। इन छज्जों के सरिया भी सड़ चुके हैं। इसके बाद भी इन कमरों में कई कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना हर रोज बैठने के लिए मजबूर है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें हर रोज डर लगा रहता है कि कोई छज्जा उन पर गिर ना जाए। इस डर के बावजूद वे कमरे में बैठ रहे हैं।

5379487