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राज्य के बस ऑपरेटरों ने 11 जून से ओडिशा की बसों को राज्य की सीमा में नहीं प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी है।

रायपुर। ओडिशा मार्ग पर चलने वाली छत्तीसगढ़ की बसों को ओडिशा के बस संचालक चलने नहीं दे रहे। ओडिशा के बस संचालकों की इस दादागिरी का जबाव देने छत्तीसगढ़ के बस संचालक राज्य परिवहन विभाग के अफसरों के साथ मिलकर हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं। बावजूद इसके कोई हल नहीं निकलने पर राज्य के बस ऑपरेटरों ने 11 जून से ओडिशा की बसों को राज्य की सीमा में नहीं प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी है। दोनों राज्यों में बस संचालन को लेकर हो रही परेशानी को देखते हुए छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ ने ओडिशा के बस संचालकों की रायपुर के एक होटल में 8 जून को बैठक बुलाई है।

गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा के परिवहन अधिकारियों के बीच इंटरस्टेट बस संचालन के लिए समझौता हुआ है। इसके तहत जितनी बसें ओडिशा की छत्तीसगढ़ में आएंगी, उतनी बसें छत्तीसगढ़ से ओडिशा मार्ग के लिए चलेंगी। वर्तमान में ओडिशा की 40 बसों का संचालन छत्तीसगढ़ के लिए हो रहा है। नियम के मुताबिक उतनी बसों का संचालन छत्तीसगढ़ से ओडिशा के लिए होना चाहिए। ओडिशा के बस एसोसिएशन की मनमानी तथा वहां के परिवहन विभाग के अफसरों द्वारा सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से राज्य की गिनती की बसें फिलहाल ओडिशा मार्ग के लिए संचालित हो रही हैं।

प्रोटेक्शन मनी लेने के बाद भी मनमानी 

छत्तीसगढ़ यातायात संघ के अध्यक्ष सैयद अनवर अली के मुताबिक छत्तीसगढ़ की बसों का ओडिशा में संचालन करने प्रोटेक्शन मनी के रूप में वहां के बस एसोसिएशन के पास 25 हजार जमा कराए जाते हैं। उक्त राशि जमा करने के बाद भी राज्य के बस ऑपरेटरों को बसों का संचालन नहीं करने दिया जा रहा। यातायात महासंघ के अध्यक्ष के मुताबिक ओडिशा मार्ग की ओर चलने वाली बसों को वहां के बस ऑपरेटर समय पर नहीं चलने दे रहे। साथ ही राज्य के बस ड्राइवर तथा कंडेक्टर के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया है।

मालवाहक की तरह उपयोग

ओडिशा के बस ऑपरेटरों की मनमानी की शिकायत को राज्य परिवहन विभाग के अफसरों ने गंभीरता से लिया और ओडिशा से छत्तीसगढ़ मार्ग पर चलने वाली बसों की परिवहन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने जांच की। जांच में उड़नदस्ता टीम ने पाया कि ओडिशा के बस ऑपरेटर अपनी बसों का मालवाहक वाहन की तरह उपयोग कर रहे हैं। ओडिशा की ज्यादातर बसों की छतों पर एक से दो टन के करीब सामान लोड कर ले जाते पाया गया।

विवाद सुलझाने जुटे परिवहन विभाग के अफसर

दोनों राज्यों के बस ऑपरेटर एक-दूसरे के राज्य में बगैर किसी विवाद के शांतिपूर्वक बस संचालन कर सकें, इसके लिए राज्य परिवहन विभाग के अफसर ओडिशा के परिवहन विभाग के अफसरों से चर्चा कर रहे हैं। साथ ही 8 जून को छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ ने ओडिशा के बस ऑपरेटरों को चर्चा के लिए रायपुर आमंत्रित किया है। गौरतलब है कि दोनों राज्यों के बीच करीब 12 हजार यात्री बसों में यात्रा करते हैं। बस संचालन बंद होने की स्थिति में इन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

37 बसों पर जुर्माना

परिवहन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने पिछले तीन-चार दिनों में कार्रवाई करते हुए ओडिशा की 37 बसों पर चालानी कार्रवाई करते हुए एक लाख 60 हजार से ज्यादा की जुर्माना राशि वसूल की। जिन बसों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें से ज्यादातर बसों की छत पर माल परिवहन कर ले जाते पाया गया। बसों की छत पर माल परिवहन करने वाले बस संचालकों को दोबारा पकड़े जाने पर परमिट रद्द करने की चेतावनी दी गई है।

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