Logo
छत्तीसगए़ धान का कटोरा कहलाता है। बारिश के साथ ही धान की खेती शुरू हो गई है। इसके साथ ही सोसायटियों में किसान खाद लेने के लिए पहुंचने लगे हैं।

श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। छत्तीसगढ़ के राजिम क्षेत्र में इस बार खाद का भरपूर स्टॉक भरा हुआ है। डीएपी, युरिया, सुपरफास्फेट और पोटाश बहुत आसानी के साथ सोसायटी से मिल रहा है। परंतु बारिश ठीक से न होने के कारण खेती इस बार पिछड़ गई है, इसलिए किसान खाद का उठाव अभी बहुत कम मात्रा में कर रहे हैं।

बात यदि राजिम सोसायटी की करें तो इसके अधीन राजिम शहर सहित पिपरछेड़ी, चौबेबांधा, सिंधौरी, बरोंडा और श्यामनगर के किसान खाद का उठाव कर रहे हैं। सोसायटी में डीएपी 1350 रुपए में मिल रहा है, जबकि मार्केट में 14 से साढ़े 14 सौ रुपए का रेट चल रहा है। इसी तरह युरिया सोसायटी में 266 रुपए 50 पैसे में उपलब्ध है। परंतु मार्केट में 290 रपए का भाव है। मतलब युरिया में प्रति बोरा मात्र 25 रुपए का अंतर है और डीएपी में 50 से 100 रुपए। यही हाल पोटाश और सुपरफास्फेट का है। सोसायटी में सुपरफास्फेट 510 रुपए और पोटाश 1625 रुपए में उपलब्ध है। राजिम सोसायटी में इस बार 29 सौ बोरी के स्टॉक में 1 हजार बोरी का बिक्री हुई है। 19 सौ बोरी स्टॉक में है। युरिया की 2920 बोरी स्टॉक से 1962 बोरी बिका है बाकी स्टॉक में है। किसान इस बार सुपर फास्फेट और पोटाश ज्यादा ले गए हैं।

1

अब लादन की कोई शर्त नहीं

खास बात यह है कि, पिछली सरकार के लादन से इस बार किसानो को मुक्ति मिली है। लादन से किसान परेशान थे। डीएपी के साथ लादन जोर-जबर्दस्ती करके दिया जाता था। नहीं लेने पर डीएपी खाद नहीं मिलेगी करके न केवल कह देते थे बल्कि लादन के बिना डीएपी देते ही नहीं थे। किसान मजबूरी में दो-तीन सौ रुपए बोरी में लादन ले जाकर फेंक देते थे। जेंजरा के किसान महेश साहू ने बताया कि, लादन प्रभावशाली खाद नहीं थी परंतु उसे डीएपी के साथ लेना अनिवार्य कर दिए थे। शासन के इस आदेश को फॉलो करने के लिए सोसायटी वालों को कमीशन के रूप में बोनस मिलता था।

ग्रोमोर, गोदावरी-रत्ना अब मार्केट में नहीं 

उन्होंने बताया कि, ग्रोमोर 2828 सोसायटी में सप्लाई नहीं है, कारण चाहे जो भी हो। इसी तरह गोदावरी-रत्ना खाद भी अब देखने को नहीं मिल रहा है। भैंसातरा के किसान हरखराम साहू ने बताया कि, वे चार एकड़ में खेती करते हैं। अभी तो मताई चल रही है, इसलिए वे खाद का उठाव नहीं किए हैं, लेकिन इस किसान ने यह बताया कि, यदि सोसायटी में खाद नहीं ले पाए और मार्केट से लेना पड़ा तो कुछ दुकान वाले एक बोरा डीएपी के साथ लादन लेने मजबूर कर रहे हैं। 

खाद भरपूर है, लादन का झंझट भी नहीं

राजिम के सोसायटी प्रबंधक अमृत साहू और गोदाम प्रबंधक सुरेंद्र साहू ने बताया कि, इस बार किसानों को भरपूर मात्रा में खाद दिया जा रहा है। किसी भी प्रकार से कमी नहीं है। लादन का तो कोई रोल ही नहीं है। पिछली बार लादन के चलते हम लोग भी परेशान रहते थे और किसान भी। 

खाद की कोई कमी नहीं, कोई दिक्कत हो तो मुझे बताएं किसान : विधायक साहू

उधर स्थानीय विधायक रोहित साहू ने हरिभूमि से चर्चा करते हुए कहा है कि, राजिम क्षेत्र में खाद की कहीं कोई कमी नही है। भरपूर मात्रा में डीएपी, युरिया, पोटास, सुपर फास्फेट सब प्रकार का खाद उपलब्ध है। यदि कहीं कमी भी होगी तो उसे भी पूरा करेंगे, पर कमी नहीं होने देंगे। हमने अफसरो से साफ-साफ कहा है कि, किसानों को कहीं भी कोई भी परेशानी न हो। यदि किसी सोसायटी में किसानों को खाद के लिए घुमाया जाता है या कोई दुर्व्यवहार होता है तो तुरंत मुझे बताएं। संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

5379487