सोमा शर्मा-राजिम। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम में चल रहे कल्प कुंभ में बनारस की तर्ज पर होने वाली महानदी गंगा आरती के साथ उज्जैन में होने वाले महाकाल की भस्म आरती की जा रही है। पहली बार हो रही भस्म आरती का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।
प्रयागराज राजिम में चल रहे कल्प कुंभ में बनारस की तर्ज पर होने वाली महानदी गंगा आरती के साथ उज्जैन में होने वाले महाकाल की भस्म आरती भी हो रही... @GariyabandDist #Chhattisgarh #mahakal pic.twitter.com/jbAGRwMBVS
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) March 7, 2024
बालोद जिले के पाटेश्वरधाम आश्रम से कल्प कुंभ में शामिल हुए संत बालकदास महाराज द्वारा यह भस्म आरती की जा रही है। संत श्री ने बताया कि, उनके आश्रम में प्रतिवर्ष सावन में यह भस्म आरती की जाती है। कुछ समय पहले भिलाई में भी की गई थी। भस्म आरती के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए संत श्री ने बताया कि, उज्जैन महाकाल जाने का बाद भी हर श्रद्धालु भस्म आरती का लाभ नहीं ले पाते हैं। राजिम कल्प कुंभ में हो रहे भव्य आयोजन को देखते हुए उज्जैन के महाकाल बाबा की भस्म आरती को यहां किया जा रहा है।
कल होगा मेले का समापन
राजिम कुंभ कल्प का 8 मार्च महाशिवरात्रि पर्व स्नान के साथ समापन होगा। जिसमें कल साधु संत कल शाही कुंड में शाही स्नान करेंगे। साथ ही नगर में साधु संतो की शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी। प्रतिवर्ष होने वाले इस मेला में विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भगवान श्री राजीव लोचन व श्री कुलेश्वर नाथ महादेव जी के दर्शन कर अपना जीवन धन्य मानते हैं।