रायपुर। गंभीर अवस्था में इलाज की खातिर आंबेडकर अस्पताल आने वाले मरीजों को राहत मिलने लगी है। सालों से उपयोग होने की वजह से जर्जर स्थिति में आ चुके व्हील चेयर को मरम्मत के लिए का भेज दिया गया है। इमरजेंसी यूनिट में नए और वार्डों सहित अन्य स्थानों पर उपयोग के लिए ठीक स्थिति वाले व्हील चेयर का इंतजाम किया गया है। फ्रैक्चर की स्थिति में लड़खड़ाते हुए व्हील चेयर से मरीजों को होने वाली समस्या के संबंध में हरिभूमि की खबर को संज्ञान में लेते हुए आंबेडकर अस्पताल प्रबंधन ने इन्हें हटाने का फरमान जारी किया था, जिस पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक जांच कर बेहद खराब स्थिति में आ चुके व्हील चेयर हो हटा दिया गया है।
इसके साथ सुधार की गुंजाइश वालों को मरम्मत के लिए भिजवा दिया गया है। ठीक हालत और मरीजों की परेशानी का कारण नहीं बनने वालों को वाडों सहित अन्य हिस्सों में उपयोग के लिए रखा गया है। गंभीर स्थिति में इलाज के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों के लिए इमरजेंसी यूनिट में दान में मिले नए व्हील चेयरों को रखा गया है, जिसकी मदद से मरीजों को इलाज और जांच की सुविधा दी जा रही है। आंबेडकर अस्पताल में इलाज के लिए प्रतिदिन डेढ़ हजार से अधिक मरीज पहुंचते हैं, जिनमें से तीस प्रतिशत मरीजों को इलाज के दौरान व्हील चेयर की आवश्यकता पड़ती है।
आईकार्ड का सिस्टम
अस्पताल में मरीजों के उपयोग में लाए जाने वाले व्हील चेयर इधर-उधर गुम ना हो, इसके लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा नया सिस्टम भी बनाया गया है। मरीज के अटेंडरों से व्हील चेयर अथवा स्ट्रेचर ले जाने के दौरान परिचय पत्र जमा करवाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें इस बात की नसीहत भी जा रही है कि व्हील चेयर अथवा स्ट्रेचर को उसी स्थान पर लाकर छोड़ा जाए, जिस स्थान से उसे ले जाया जा रहा है। मरीजों की सुविधा के लिए स्ट्रेचर और व्हील चेयर इमरजेंसी गेट के बाहर रखे गए हैं।
प्रस्ताव में शामिल
पिछले दिनों निरीक्षण के लिए स्वास्थ्य मंत्री आंबेडकर अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने समस्याओं के बारे में जानकारी लेने के बाद आवश्यक उपकरण सहित अन्य संसाधन की खरीदी के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के निर्देश दिए थे। इस आधार पर अस्पताल प्रबंधन ने प्रस्ताव तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। रेडियोलॉजी संबंधी जांच के साथ व्हील चेयर और स्ट्रेचर की खरीदी के लिए भी राशि स्वीकृत करने प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।