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रायगढ़ के चर्चित कथाकार बसंत राघव सहित विभिन्न क्षेत्रों के आठ हस्ताक्षरों को समन्वय रत्न 2024 से सम्मानित किया जाएगा। 

बिलासपुर। समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ का 29 वां भव्य वार्षिक महोत्सव इस साल 7 अप्रैल 2024 को तिल्दा -नेवरा में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर समन्वय के 29 वें वार्षिकांक और अनेक कृतियों का लोकार्पण भी किया जाएगा।

प्रख्यात भाषाविद और साहित्यकार डॉ. चित्तरंजन कर इस वृहद आयोजन के मुख्य अभ्यागत होंगे। बंजारीधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष हीरा हरिरामानी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। वहीं विश्व हिन्दू परिषद छत्तीसगढ़ के उपाध्यक्ष और प्रसिद्ध नेत्र सर्जन डा.ललित माखीजा, देश के प्रसिद्ध समकालीन नवगीतकार डॉ. अजय पाठक,  उद्योगपति और समाजसेवी प्रेमचंद बगड़िया, शिक्षाविद डॉ.उमाशंकर तिवारी और पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष शमनलाल इस आयोजन के विशिष्ट अभ्यागत होंगे। 

साहित्यकारों को किया जाएगा सम्मानित 

इस अवसर पर इन दिनों रायगढ़ के चर्चित कथाकार बसंत राघव सहित विभिन्न क्षेत्रों के आठ हस्ताक्षरों को समन्वय रत्न 2024 से सम्मानित किया जाएगा। वहीं छत्तीसगढ़ कोकिला कही जानेवाली कोरबा की समर्थ कवयित्री संतोषी श्रद्धा महंत को प्रथम पं.लक्ष्मीनारायण शर्मा ‘साधक’ काव्य सम्मान से नवाजा जाएगा।

योगेश्वर श्रीकृष्ण के जीवन के प्रेरक प्रसंगों पर होगा व्याख्यान 

द्वितीय सत्र में डॉ.बलराम का योगेश्वर श्रीकृष्ण के जीवन के प्रेरक प्रसंगों पर आधारित सारगर्भित व्याख्यान होगा। वहीं संत मोहनलाल उदासी और मीना तलरिया द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति होगी। इसके बाद आमंत्रित कवियों द्वारा काव्यपाठ किया जाएगा।

सुदूर अंचल से पहुंचेगे साहित्यकार 

उल्लेखनीय समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ की आधारशिला डॉ.बलराम द्वारा बसंत पंचमी के दिन 4 फरवरी,1995 को रखी गई थी। वर्तमान में इस अग्रणी संस्था की 21 शाखाएं संचालित हैं। समन्वय के इस भव्य आयोजन में सुदूर अंचलों से भी साहित्यकार शामिल होंगे। जबलपुर से ओंकारनाथ चतुर्वेदी, सलिल तिवारी, बीजापुर से बीरा राजबाबू ‘प्रखर’ सरगुजा से माधुरी जायसवाल आदि का आगमन हो रहा है। वहीं हिंदी के समकालीन चर्चित नवगीतकार डॉ.अजय पाठक भी विशिष्ट अभ्यागत के रूप में मंच को सुशोभित करेंगे।

आगंतुकों के आवास और भोजन की होगी व्यवस्था 

समन्वय साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.देवधर महंत और बिलासपुर केन्द्राध्यक्ष डॉ.गंगाधर पटेल ‘पुष्कर’ ने समन्वय से जुड़े सभी साहित्यकारों और कलाकारों से इस साहित्यिक यज्ञ में भाग लेने की विनम्र अपील की है। समन्वय केन्द्र तिल्दा- नेवरा द्वारा आगंतुकों के आवास और भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है। 

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