रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सोमवार को बीच बैठक में ही सिम्स के मेडिकल सुप्रिंटिडेंट और डीन को सस्पेंड कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने बीते तीन सालों में दोनों अधिकारियों के द्वारा की गई खरीदी के लेकर जांच कराए जाने के निर्देश भी दिए थे। इसी कड़ी में सिम्स अस्पताल में भ्रष्टाचार का एक नया खुलासा हुआ है। जहां डेढ़ करोड़ रुपये में 1500 चादरों की खरीदी की गई है। मतलब 10 हजार रुपए का एक चादर खरीदा गया। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सिम्स में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी देते हुए बताया कि, अस्पताल में डेढ़ करोड़ रुपये की चादर खरीदी गई है। उन्होंने बताया कि डेढ़ करोड़ रुपये में महज 1500 चादर खरीदी गई है। यानी एक चादर के लिए 10 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इसी तरह आयुष्मान योजना में भी बड़े स्तर पर गड़बड़ी पाई गई है। इसी वजह से पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जांच स्वास्थ्य विभाग ही करेगा।
इसे भी पढ़ें... CJI को पत्र : प्रदेश भाजपाध्यक्ष बोले- किसी का व्यक्तिगत नुकसान हो, ऐसा सीएम साय का स्वभाव नहीं
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि, कल सिम्स की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर और जनप्रतिनिधि मौजूद थे. लेकिन अस्पताल के डीन डॉ. केके सहारे बैठक में नहीं आए। उनके स्थान पर अधीक्षक डॉ. नायक आए, लेकिन उनके पास भी पूरी जानकारी नहीं थी। मंत्री ने हॉस्पिटल में बीते 3 वर्षों में की गई खरीदी की जानकारी मांगी। लेकिन डॉ. नायक पूरी जानकारी नहीं दे पाए जिसके बाद मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मेडिकल सुप्रिटेंडेट डॉ. एसके नायक और डीन डॉ. केके सहारे को सस्पेंड करने का फरमान सुना दिया। साथ ही मामले की जांच के आदेश भी दे दिए।