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छत्तीसगढ़ में राजकीय पशु वनभैंसा की संख्या को बढ़ाने के लिए असम से लाए छह वनभैंसा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

रायपुर। राजकीय पशु की संख्या बढ़ाने को लेकर असम से लाए गए छह वनभैंसा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वनभैसा को लेकर ताजा विवाद सामने आया है,जिसमें मादा एडल्ट की जगह सब एडल्ट वनभैंसा लाने को लेकर है। इसके साथ ही वनभैंसा लाने की तारीख में फेरबदल करने का आरोप है। वनभैंसा  को लेकर चल रहे विवाद के बीच दो मादा वनभैंसा के गर्भवती होने की जानकारी अफसरों ने दी है। 

 अफसरों के अनुसार,  अगले महीने मादा वनभैंसा शावकों को जन्म दे सकती है। वन्यजीव प्रेमी नितीन सिंघवी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पिछले वर्ष चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सुधीर अग्रवाल ने असम से वनभैंसा लाने 17 सदस्यी टीम गठित की थी। टीम के नोडल अफसर उदंती सीतानदी के डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन बनाए गए थे। साथ ही जंगल सफारी के वन्यजीव चिकित्सक तथा बिलासपुर कानन पेंडारी जू को वनभैंसा पकड़ने जिम्मेदारी दी गई थी।

इन तारीखों में पकड़े गए वनभैंसा

वनभैंसा लेने टीम पिछले वर्ष 10-11 मार्च को 17 सौ किलेमीटर दूर असम के लिए रवाना हुई, 17 मार्च को टीम असम पहुंची। वनभैंसा लेने गई टीम 14 मार्च को वनभैंसा लाने एक ही दिन में ढाई-ढाई वर्ष के दो सब एडल्ट मादा वनभैंसा टैंक्यूलाइज कर रेस्क्यू किया। इसके बाद 15 तथा 17 मार्च को एक ढाई तथा दूसरा डेढ़ साल के वनभैंसा को रेस्क्यू कर बारनवापारा के लिए रवाना हुए।

ऐसे गड़बड़ी करने का आरोप

वन्यजीव प्रेमी के आरोपों के मुताबिक केंद्रीय मंत्रालय ने वर्ष 2020 में मादा एडल्ट वनमैसा पकड़ने की अनुमति दी थी। वन अफसरों ने आदेश की अनदेखी करते हुए सब एडल्ट एनिमल पकड़ लिए। आरोप है कि वन अफसर गड़बड़ी को छिपाने के लिए 14 मार्च 2023 को असम के मुख्य वन्यजीव संरक्षक से संपर्क कर सब एडल्ट वनमेसा पकड़ने आदेश जारी कराया।

रेस्क्यू करने के बाद मिली आदेश की कॉपी

वन्यजीव प्रेमी के मुताबिक वनमैसा रेस्क्यू करने के संबंध में उन्होंने असम के मुख्य वन्यजीव संरक्षक से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि एनिमल पकड़ने के आदेश की तारीख 14 मार्च है। वनमैसा पकड़ने का जो आदेश जारी किया गया है, उसकी कॉपी उन्हें मेल से जो मिली है, वह कॉपी 20 मार्च 2023 को जारी की गई है।

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