रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अब नए तरह की सियासत शुरू हो गई है। राजनांदगांव वर्सेस रायपुर की इस नई सियासत ने कांग्रेस में खलबली मचा दी है। दरअसल राजधानी रायपुर के दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। जिसको लेकर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
रायपुर के दक्षिण विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के अंदर खाने में सियासत तेज हो गई है। PCC के पूर्व महामंत्री कुतुबुद्दीन सोलंकी ने राजनांदगांव के नेता डॉ. अफताब आलम के लिए सचिन पायलट से टिकट मांगी है. @RajnandgaonDist #Chhattisgarh @SachinPilot @INCChhattisgarh @DeepakBaijINC pic.twitter.com/lUrsFa3QpO
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) October 9, 2024
पीसीसी चीफ बैज को लिखा पत्र
राजनांदगांव और दुर्ग के नेताओं ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर उनसे टिकट मांगी है। वहीं PCC के पूर्व महामंत्री कुतुबुद्दीन सोलंकी ने राजनांदगांव के नेता डॉ. अफताब आलम के लिए रायपुर दक्षिण सीट से सचिन पायलट से मिलकर टिकट मांगी है।
नांदगांव के साथ दुर्ग के नेता भी ठोंका दावा
डॉ. अफताब आलम ने कहा है कि, यदि रायपुर के नेता राजनांदगांव में आकर चुनाव लड़ सकते हैं तो राजनांदगांव के नेताओं को भी रायपुर से टिकट मिलना चाहिए। वहीं दुर्ग के वोरा परिवार के सदस्य राजीव वोरा ने भी अपनी दावेदारी पेश की है।
विधानसभा चुनाव में गिरीश देवांगन को उतारा था
उल्लेखनीय है कि, पिछले विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने करीबी नेता रायपुर जिले के गिरीश देवांगन को राजनांदगांव विधानसभा से भाजपा के डा. रमन सिंह के खिलाफ मैदान में उतार दिया था। उस चुनाव में कांग्रेस का एक बड़ा खेमा गिरीश देवांगन को बाहरी बताकर उनके लिए काम करने से इनकार कर दिया था। जिसके चलते कांग्रेस पार्टी को राजनांदगांव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
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लोकसभा चुनाव लड़ने पहुंच गए थे बघेल
वहीं लोकसभा चुनाव में भी स्वयं भूपेश बघेल राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतर गए। एक फिर से उनपर भी बाहरी होने के आरोप लगे और उन्हें भी बड़ी हार का सामना करना पड़ा। अब राजनांदगांव और दुर्ग के नेता इसी खुन्नस में रायपुर दक्षिण सीट पर अपना दावा पेश कर रहे हैं। बहरहाल अब यह देखना होगा कि, कांग्रेस की यह गुटबाजी पार्टी को और कितने चुनावों तक महंगी पड़ने वाली है।