रायपुर। लगभग चार साल बाद आज छत्तीसगढ़ खेल अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ। आयोजन में मौजूद अतथियों और खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने बउ़ा ऐलान किया। उन्होंने अगले वर्ष से छत्तीसगढ़ क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा की। साथ ही 'छत्तीसगढ़ खेल रत्न' पुरस्कार दिये जाने का भी ऐलान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने की वहीं बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के चीफ गेस्ट सीएम विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में कहा कि, अपने मुख्यमंत्रित्व काल में डा. रमन सिंह ने राज्य का चहुंमुखी विकास किया। राज्य खेल अलंकरण समारोह भी उन्होंने शुरू किया। श्री साय ने कहा कि, खिलाड़ियों की प्रतिभा ईश्वर की देन है, हर प्रतिभा समाज के निर्माण में योगदान देती है, इसलिए खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देना जरूरी है। रमन सरकार के दौरान प्रदेश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ। रायपुर का क्रिकेट स्टेडियम देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है। आपने हमें सरकार में बिठाया है, हम खेल क्षेत्र के विकास में सभी जरूरी कदम उठायेंगे।
कांग्रेस ने खिलाड़ियों की नहीं सुनी तो उनके साथ 'खेल' हो गया : डा. रमन
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कहा कि, 15 सालों तक बीजेपी सरकार ने छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा दिया। मगर कांग्रेस की सरकार ने खेल अलंकरण समारोह का आयोजन ही बंद कर दिया था। इस आयोजन के लिए खिलाड़ी सड़क पर उतरे, धरना दिया, मैडल लौटाने लगे थे। छत्तीसगढ़ के युवा तरूणाई ने कांग्रेस की सरकार ही बदल दी। डाम् रमन ने कहा कि, विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद सार्वजनिक कार्यक्रम में आज पहली बार आया हूं, आपके बीच आकर बहुत अच्छा लगा।
जारी नहीं हो पाई उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सूची, मंत्री बोले- तकनीकी कारण है
वहीं अपने स्वागत भाषण में खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि, रमन सरकार ने यह आयोजन शुरू किया था। कांग्रेस सरकार ने प्रति वर्ष होने वाले आयोजन को बंद किया। पांच सालों बाद हम फिर से शुरू कर रहे हैं। ये प्रमाणित करता है कि, छत्तीसगढ़ को हमने ही बनाया हम ही संवारेंगे। श्री वर्मा ने कहा कि, तकनीकी कारणों से उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सूची अभी हम घोषित नहीं कर पाए, लेकिन यह सूची हम जल्द ही जारी कर देंगे। इसके बाद प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ी खेल अलंकरण से नवाजे गए।