सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में बदमाशों ने एक स्टील कारोबारी के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का नाम अक्षत अग्रवाल बताया जा रहा है और उसे रिवॉल्वर से 3 गोलियां मारी गई हैं। उसके सीने में 2 गोली और एक पेट में लगी है। युवक का शव अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ रोड के किनारे जंगल के पास कार में मिला है। पुलिस ने कंपनी के पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि, कारोबारी के बेटे ने खुद ही उसको गोली मारने के लिए कहा था। फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, अंबिका स्टील इंडस्ट्रीज के संचालक महेश केडिया का बेटा अक्षत अग्रवाल (25) बीती शाम अपनी हुंडई कार से घर से निकला था। तक़रीबन शाम 6.30 बजे उसका फोन बंद हो गया। जिसके बाद परिजन परेशान होकर उसकी तलाश में जुटे हुए थे। देर रात तक उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी। बुधवार सुबह लोगों ने जंगल के पास संदिग्ध अवस्था में कार देखी। जब वे कार के पास पहुंचे तो उन्होंने ड्राइविंग सीट पर एक युवक का शव देखा। जिसके बाद लोगों ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी।
राहगीरों ने दी पुलिस को जानकारी
मामले की जानकारी मिलते ही ASP अमोलक सिंह, थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर गाड़ी को अनलॉक किया। युवक के पेट और सीने से खून निकल रहा था। गाड़ी के शीशों में भी खून के छींटे लगे थे। उसे रिवॉल्वर से 3 गोलियां मारी गई हैं। जिस पिस्टल से हत्या की गई है, वह भी अक्षत अग्रवाल की है। इसके अलावा गाड़ी से 3 महंगे पिस्टल मिले हैं और तीनों पिस्टल के लाइसेंस नहीं हैं।
आरोपी के पास मिला मृतक का सामान
युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक संदेही संजीव मंडल नाम के युवक को हिरासत में लिया है। मंगलवार को अक्षत के साथ संजीव को कार में देखा गया था। संजीव मंडल पहले अंबिका स्टील इंडस्ट्रीज में काम करता था। फिर करीब एक साल पहले उसने काम छोड़ दिया था। पुलिस ने आरोपी संजीव मंडल के पास से 47 हजार रुपए कैश, मृतक के सोने की चेन, सोने का ब्रेसलेट और अंगूठी बरामद किया है। आरोपी ने गाड़ी में रखे पिस्टल को निकालकर पास ही झाड़ियों में छिपा दिया था। आरोपी के अनुसार तीनों पिस्टल अक्षत लेकर आया था।
आरोपी बोला- मृतक ने खुद ही गोली मारने के लिए कहा
शुरुआती पूछताछ में संदेही संजीव मंडल गोल-मोल जवाब दे रहा था। उसने पुलिस को बताया कि अक्षत केडिया ने किसी की हत्या के लिए उसे सुपारी देने की बात कही थी। इसके लिए उसने बड़ी रकम और सोना देने को कहा था। आशंका है कि हत्या लूटपाट के इरादे से की गई है। एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि आरोपी के अनुसार, अक्षत अग्रवाल ने स्वयं को गोली मारने के लिए संजीव से कहा था। हालांकि संजीव के बयान की कोई तस्दीक नहीं हो रही है। आरोपी जमीन दलाल का काम करता है। उसने अक्षत से 50 हजार रुपए उधार भी लिया था। अक्षत उधार दिए पैसे ही वापस लेने आया था।
कई एंगल से जांच कर रही पुलिस
पुलिस की अब तक की जांच में एक ही आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है। इसमें किसी अन्य की भूमिका नहीं मिली है। आरोपी के बयान से भी यह पता चला है कि, वह अकेला ही था। एएसपी ने बताया कि, मामले में जांच की जा रही है। वहीं अक्षत अग्रवाल का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। करीब तीन बजे जब उसका शव घर पहुंचा तो मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। अक्षत अपने पिता का कारोबार संभालता था एवं व्यवहार कुशल था। दो भाइयों में वह छोटा था। उसके शव का अंतिम संस्कार शंकर घाट में किया गया।