भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से आत्महत्या का मामला सामने आया है जहां 10वीं की छात्रा ने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई में जुट गई। मामला जामुल थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार, म्तक का नाम 14 वर्षीय लक्ष्मी विश्वकर्मा है। वह कैलाश नगर कालीबाड़ी के पास आम्रपाली कॉलोनी में पीएम आवास में रहती थी। बताया जा रहा है कि, आत्महत्या से पहले लक्ष्मी अपनी दादी को स्कूटी से ड्यूटी के लिए छोड़ने गई थी। दादी को छोड़कर लौटने के बाद लक्ष्मी ने मां के साथ बैठकर चाय पी।
परिजन का रो-रोकर बुरा हाल
परिवार के बाकी लोग सो रहे थे। इसके बाद वह अपने कमरे में चली गई और मां काम पर लग गई। इसी बीच लक्ष्मी ने पंखे से फंदा बनाकर फांसी लगी ली। मां ने उसे आवाज दी, तो कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद कमरे में अंदर देखी तो लक्ष्मी फांसी के फंदे पर उनका शव लटक रहा था। लक्ष्मी की खुदकुशी के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
बेटी ने क्यों उठाया इतना बड़ा कदम
मां संतोषी विश्वकर्मा ने बताया कि, उनकी बेटी पढ़ने में काफी होशियार और समझदार थी। उसका घर में किसी से कोई झगड़ा भी नहीं हुआ, ना ही उसे किसी ने डांटा। उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, वे खुद इस बात से हैरान हैं। बताया जा रहा है कि, मां निगम में सफाई कर्मचारी है और पिता भिलाई स्टील प्लांट में ठेका कर्मचारी हैं। आज 23 जून लक्ष्मी की बड़ी बहन इंद्राणी विश्वकर्मा का जन्मदिन भी है। इसके बाद परिजनों ने डायल 112 की टीम को सूचना दी।
नहीं मिली कोई सुसाइड नोट
इसी बीच परिजन उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने लक्ष्मी को मृत घोषित कर दिया। जामुल पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भिजवाया है। लक्ष्मी ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।