रुचि वर्मा- रायपुर। प्रदेश का इकलौता आर्किटेक्ट कॉलेज नए शैक्षणिक सत्र से बंद होने जा रहा है। दरअसल इंजीनियरिंग महाविद्यालयों, फॉर्मेसी कॉलेजों, मैनेजमेंट संस्थानों और आर्किटेक्ट कॉलेजों को नवीन शैक्षणिक सत्र शुरू होने के 6 माह पूर्व दिसंबर अंत तक नवीनीकरण के लिए आवेदन देना होता है। आवेदन नहीं दिए जाने की स्थिति में यह माना जाता है कि संबंधित संस्थान पाठ्यक्रम संचालन के लिए इच्छुक नहीं हैं और वे अपना इंस्टिट्यूट बंद करना चाहते हैं। दुर्ग में प्रदेश का इकलौता आर्किटेक्ट संस्थान स्थित है। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विवि को नवीनीकरण के लिए इस संस्थान से आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। अंदरुनी सूत्रों के अनुसार, इसे बंद करने की तैयारी है। वहीं इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट संस्थानों में राहत की स्थिति है।
प्रदेश में स्थिति सभी 29 निजी इंजीनियरिंग महाविद्यालयों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन प्रस्तुत किए हैं। सत्र 2025-26 में किसी भी इंजीनियरिंग महाविद्यालय में ताला नहीं लटकेगा। हालांकि किसी नए इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए भी आवेदन नहीं दिए गए हैं। कॉलेजों की संख्या यथावत ही रहेगी। छग में इंजीनियरिंग सीटों की संख्या 11,481 है। पॉलिटेक्निक में 1, मैनेजमेंट में 0 अर्जी इंजीनियरिंग और फॉर्मेसी पाठ्यक्रमों के अलावा पॉलिटेक्निक और मैनेजमेंट संस्थान भी स्वामी विवेकानंद तकनीकी विवि के अंतर्गत आते हैं। नवीन सत्र में एक नए पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के लिए आवेदन मिले हैं। जबकि एमबीए पाठ्यक्रम के लिए एक भी नए आवेदन नहीं मिले हैं। शिक्षाविदों के अनुसार, आर्किटेक्ट पाठ्यक्रमों की पढ़ाई इंजीनियरिंग संस्थानों में भी होती है। इसकी ही सीटें पूर्ण रूप से नहीं भर पा रही हैं। ऐसे में विशेषकर आर्किटेक्ट कोर्स के लिए बने महाविद्यालय को छात्र मिलना जटिल है। यही वजह है कि यहां ताला लगाने की स्थिति निर्मित हो गई है।
ऐसी है स्थिति
महाविद्यालय के लिए आवेदन
पाठ्यक्रम | कुल महाविद्यालय | नवीन |
पॉलिटेक्निक | 43 | 1 (कुरूद) |
इंजीनियरिंग | 29 | 0 |
फार्मेसी | 95 | 9 (धमतरी, जशपुर, रायपुर, बिलासपुर, गरियाबंद आदि) |
मैनेजमेंट | 2 | 0 |
आर्किटेक्ट | 1 | 0 |
नोट : उक्त महाविद्यालयों के अलावा शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर में स्थित है। अंबिकापुर, सीएसवीटीयू यूटीडी व विश्वविद्यालय फार्मेसी कॉलेज राजनांदगांव व रायपुर संचालित है। शासकीय संस्थान होने के कारण इन्हें नवीनीकरण आवेदन की आवश्यकता नहीं होती है।
95 संस्थानों में संचालित है फॉर्मेसी पाठ्यक्रम
शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रदेश में 95 संस्थान ऐसे हैं, जहां फॉर्मेसी पाठ्यक्रम का संचालन हो रहा है। यहां बीफॉर्मेसी की 9 हजार 509 सीटें हैं। वहीं एमफार्मा की 625 सीटें हैं। इसके अलावा 9 नए संस्थानों ने सत्र 2025-26 से नवीन पाठ्यक्रम संचालन के लिए आवेदन दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने फॉर्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया को भी आवेदन दिया है। सभी स्तरों पर मंजूरी प्रक्रिया पूर्ण होने पश्चात यहां फॉर्मेसी पाठ्यक्रम शुरू हो सकेंगे। नवीन आवेदन करने वाले संस्थान धमतरी, जशपुर, रायपुर, बिलासपुर, गरियाबंद में स्थित हैं।