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छात्रों को लेकर पं. रविशंकर शुक्ल विवि की उदासीनता बढ़ती ही जा रही है। इस बार रविवि की लापरवाही का खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा है।

रायपुर। छात्रों को लेकर पं. रविशंकर शुक्ल विवि की उदासीनता बढ़ती ही जा रही है। इस बार रविवि की लापरवाही का खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा है। रविवि द्वारा प्रत्येक वर्ष खिलाड़ी छात्रों को ट्रैक सूट प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर विवि का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्रों को ब्लेजर भी विवि द्वारा उपलब्ध कराए। छात्र टेंडर के लिए कई लोगों और फर्म ने आवेदन भी किया। इसके बाद रविवि आगे की प्रक्रिया पूर्ण करना ही मूल गया। अगले माह सत्र समाप्त हो जाएगा और नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो जाएगी। 

80 लाख का था प्रावधान, जून में खत्म हो जाएगा रविवि का सत्र

पुराने कपड़ों का सहारा 

इंटर कॉलेज सहित काई स्तर पर खेल प्रतियेगिताएं होती हैं। रविवि द्वारा सामान्यतः प्रतिवर्ष एक हजार ट्रैकसूट तथा 250 से 300 ब्लेजर तैयार कराए जाते हैं। खिलाड़ियों की संख्या इसके आस-पास ही होती है। बड़े स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले छात्रों को पुराने वर्षों के कपड़े ही थमा दिए गए। कई ऐसे भी रहे, जो कई वर्षों से विश्वविद्यालयीन खेलों का हिस्सा रहे हैं। ऐसे में इन छात्रों ने पिछले वर्ष मिले ट्रैक सूट और ब्लेजर से ही काम चलाया। वहीं जिन्होंने टेंडर भरा है, वे बार-बार विश्वविद्यालय का चक्कर आगे की प्रक्रिया जानने के लिए लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें भी निराशा ही हाथ लग रही है।

आधे छात्रों को ही मिला

हमारे महाविद्यालय के आधे खिलाड़ी छात्रों को ही ट्रैक सूट मिल सका है। कारण हमें नहीं बताया गया। खिलाड़ी छात्र कैसे भी कम होते हैं, जो हैं उन्हे पोत्साहित करना चाहिए। इस तरह की अनदेखी से मनोबल टूटता है। जाते हैं। इस बार छात्रों को ना तो ट्रैक सूट प्रदान किए गए और ना ही ब्लेजर उन्हें दिया गया। मौजूदा सत्र में इसके लिए 80 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था। सत्र समाप्त होते ही यह बजट लैप्स हो जाएगा। दरअसल रविवि द्वारा प्रत्येक वर्ष इसके लिए टेंडर किया जाता है। सामान्यतः सत्र के शुरुआत में ही रविवि इसके लिए टेंडर निकालता है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए भी पिछले वर्ष अगस्त में रविवि द्वारा टेंडर संबंधित प्रक्रिया प्रारंभ की गई। 

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