मांढर। छत्तीसगढ़ के धरसींवा तहसील के अंतर्गत उप तहसील सारागांव में दो-दो नायब तहसीलदारों के नियुक्ति को लेकर मामला सुलझाने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसकी शिकायत रायपुर संभाग आयुक्त से की गई है। जहां आयुक्त ने 13 मई को कलेक्टर को ज्ञापन जारी कर नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया है। लेकिन 10 बीतने के बाद भी इस मामले में कलेक्टर द्वारा कार्यवाहीं नहीं किया गया है। ज्ञात हो कि इस नवीन तहसील कार्यालय सारागांव में एक नायब तहसीलदार कि स्वीकृत है। लेकिन यहां दो दो नायब तहसीलदारों नियुक्ति कर दी है।
यह है पूरा मामला
लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने से पहले तहसीलदार तथा नायब तहसीलदारों की स्थानांतरण किया गया। इसी के चलते सारागांव उप तहसील कार्यालय में 7 फरवरी को कार्यालय कलेक्टर वित्त शाखा अपर कलेक्टर आदेश जारी करते हुए सारागांव के नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को रायपुर तहसील कार्यालय में भेजा गया। संलग्न जिला निर्वाचन कार्यालय से राजेंद्र चंद्राकर को नायब तहसीलदार के रूप में सारागांव में स्थानांतरण किया गया था । नायब तहसीलदार राजेंद्र चंद्राकर सारागांव में पद ग्रहण कर लिया था । लेकिन रायपुर तहसील में अमन चतुर्वेदी रिलीव नहीं किया । जबकि रायपुर एसडीएम ने कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया उल्टे रायपुर ने एसडीएम 16 मार्च को दोनों नायब तहसीलदारों के बीच में कार्य विभाजन करने करने का आदेश जारी कर दिया था ।
कार्य विभाजन में भी भेदभाव
रायपुर एसडीएम ने नायब तहसीलदार अमन चतुर्वेदी को आठ हल्का दिया गया है। वही राजेंद्र चंद्राकर को तीन हल्का दिया गया है। जबकि राजेंद्र चंद्राकर धरसींवा तहसील कार्यालय में एक साल तक नायब तहसीलदार के रूप में कार्य कर चुके हैं। जिसे मात्रा तीन हल्का दिया गया है। जबकि इस छोटे सी तहसील में दो-दो नायब तहसीलदारों की जरूरत ही नहीं है।