कुलदीप साहू- नगरी। छत्तीसगढ़ के सिहावा विधानसभा क्षेत्र के अंतिम छोर घुटकेल में शुक्रवार को जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें चारों ग्राम पंचायत बोराई, मैनपुर, लिखमा, घुटकेल के सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी के नेतृत्व में सिविल अस्पताल बोराई के अव्यवस्था के चलते आक्रोश होकर शिविर बहिकार को लेकर जमकर नारेबाजी की।
इसी दौरान लगभग 2 घंटे तक जमकर बारिश हुई और बारिश के दौरान तेज बिजली चमकती रही। तेज बारिश के चलते बारिश से अपने आप को बचाने शिविर में उपस्थित ग्रामीणों और कर्मचारी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसका सबसे बड़ा कारण रहा है कि, जिला प्रशासन द्वारा बारिश के मौसम में शिविर तो आयोजित की गई लेकिन सिविल स्थल पर टेंट की जो व्यवस्था की गई थी, वह व्यवस्था बारिश से बचाव की व्यवस्था नहीं थी।
छत्तीसगढ़ के नगरी ब्लाक के घुटकेल गांव में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर ही समस्याओं से घिरी नजर आई। इसी दौरान लगभग 2 घंटे तक जमकर बारिश हुई और बारिश के दौरान तेज बिजली चमकती रही. @DhamtariDist #Chhattisgarh #Rain pic.twitter.com/icYGUqDULL
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 13, 2024
बारिश में भीगते रहे ग्रामीण
बारिश के दौरान अधिकारी कर्मचारी संबंधित स्टालों पर उपस्थित नहीं रहे जिसके चलते शिविर स्थल पर जो समस्याओं लेकर आए थे और अधिकारी को बता नहीं सके और नहीं अपनी समस्याओं का निराकरण कर सके क्योंकि पूरा समय अधिकारी कर्मचारी और ग्रामीणों पानी से अपने आप को बचाव कर रहे थे। ग्रामीणों ने कहा कि, शासन प्रशासन जब इस प्रकार से शिविर का आयोजन करती है तो सिविल स्थल पर ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानियां न हो इसकी समुचित व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि बहुत मुश्किल से सिविल आयोजित होते हैं और बड़ी मुश्किलों से जिला स्तर के अधिकारियों से मुलाकात होती है और उसका भी लाभ अवस्थाओं की चलती ग्रामीणों को नहीं मिल पाए तो इससे राज्य शासन और शासन कर रही है ।
अस्पताल की अव्यवस्था से भड़के हैं ग्रामीण
दरअसल, शुक्रवार को घुटकेल जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में उपस्थित एसडीएम नगरी, सिहावा विधायक अंबिका मरकाम, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस, मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी जिला धमतरी बीएमओ नगरी सहित बड़ी संख्या जनप्रतिनिधि और कर्मचारी उपस्थित हुए थे। समकक्ष ग्राम पंचायत बोराई, घुटकेल, लिखमा, मैनपुर के सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य के नेतृत्व में बोराई सिविल अस्पताल में डॉक्टर और एम्बुलेंस की समस्या के साथ ही रात्रि में किसी भी डॉक्टर के उपस्थित न रहने सहित अनेक समस्याओं को लेकर नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने उपस्थित जनप्रतिनिधि अधिकारियों के समक्ष लगभग 1 घंटे तक जारेबाजी की।
ग्रामीणों ने आंदोलन की दी थी सूचना
ग्रामीणों ने कहा कि, अस्पताल की समस्याओं को लेकर पूर्व में आवेदन देकर आंदोलन की सूचना दी गई थी। इसके बावजूद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई हैं। ग्रामीणों ने सिविल अस्पताल की तत्काल निवारण की मांग की । निवारण नहीं होने पर आयोजित शिविर के बहिष्कार करने चेतावनी दी। आकोशित ग्रामीणों की मांग पर तत्काल कार्रवाई करते हुए शिविर में उपस्थित भाजपा जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस शिविर स्थल से ही जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा और जिलाधीश को धमतरी से दूरभाष पर चर्चा करते हुए ग्रामीणों की मांग और शिविर बहिष्कार के संबंध में जानकारी दी। इसके बाद जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस ने आकोशित ग्रामीणों से कहा कि, प्रभारी मंत्री के निर्देश पर समस्या का तत्काल निराकरण किया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने शिविर स्थल छोड़ कर चले गए।
जिला भाजपाध्यक्ष ने अस्पताल का किया निरीक्षण
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वे भाजपा जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस अपने साथी बेलर गांव मंडल अध्यक्ष अकबर कश्यप, महामंत्री मनोहर मानिकपुरी, भाजपा कार्यकर्ता सुरेश नेताम, गोलू मांडवी, लोकेश मरकाम, मोहित साहु, दीपेश मानिकपुरी, जालम पटेल सहित विभिन्न समाचार के प्रतिनिधियों को साथ में ले जाकर वहीं सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में उपस्थित जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी बीएमओ बोराई अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ को आदेश दिया कि, आप आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने दें। परेशानियों के चलते राज्य शासन की छवि धूमिल होती है भविष्य में अगर ऐसा हुआ तो उनके द्वारा जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से की जाएगी।