रायपुर। टूरिज्म विभाग के रिसॉर्ट में ठहरने वाले पर्यटकों को अब बार की भी सुविधा मिलने लगी है। यही वजह है कि विभाग की इस पहल से रिसॉर्ट में पर्यटकों की संख्या पहले से काफी बढ़ गई है। इसके साथ शराब की बिक्री से आर्थिक लाभ भी होने लगा है। फिलहाल यह सुविधा केवल चिल्फी घाटी के बैगा एथनिक रिसॉर्ट में मिल रही है, लेकिन शराब बिक्री से होने वाले लाभ को देखते हुए अब विभाग चुनाव के बाद प्रदेश के चार अन्य रिसोर्ट में भी बार खोलने का मन बना चुका है, जिसके लिए लाइसेंस भी बनकर तैयार है।
विभाग के मुताबिक, चिल्फी घाटी में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से हर साल सर्वाधिक पर्यटक पहुंचते हैं। छुट्टी के दिनों में यहां एक दिन में 10 से 20 हजार तक पर्यटक शराब पी जाते हैं। यहां दिसंबर 2023 से बार खुला है, जिसके बाद हर महीने 1 लाख से अधिक तक की लोग शराब गटक जाते हैं। इसका लाभ रिसोर्ट में रहने वाले पर्यटकों के साथ बाहरी लोगों को भी मिल रहा है।
मैनपाट और कोंडागांव में भी मिलेगी सुविधा
चिल्फी के बाद अब मैनपाट और कोंडागांव के साथ चित्रकूट, जशपुर और बारनवापारा के रिसार्ट में भी पर्यटकों के लिए बार खोला जाएगा। यहां हर महीने हजारों की संख्या में लोग रिसार्ट में ठहरने पहुंचते हैं। विभाग रिसोर्ट में बार के लिए जगह भी निर्धारित कर चुका है। चुनाव के बाद काम शुरू किया जाएगा। संभवतः जुलाई तक यह सुविधा मिलने लगेगी। विभाग का कहना है कि इन रिसोर्ट में पर्यटकों की ओर से बार को लेकर मांग अधिक मिली है।
नीली और लाल लाइट से सजा बार
शहरों की तरह रिसोर्ट में बार तैयार किया जा रहा है। चिल्फी के रिसोर्ट में लग्जरी सोफा के साथ एसीऔर म्यूजिक सिस्टम लगाया हुआ है। शराब की बोतल के साथ-साथ नीली और लाल लाइट से बार को सजाया गया है, जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है।
50 किलोमीटर तक शराब दुकान नहीं
टूरिज्म विभाग उन रिसॉर्ट में ही बार शुरू कर रहा है, जहां पर्यटकों को आसानी से शराब नहीं मिल पाती। विल्फी में शराब की दुकान नहीं है। शराब खरीदने के लिए घाटी के नीचे कवर्धा और दूसरी ओर सीधे मंडला की ओर जाना पड़ता था। बार खुलने के बाद शराब के शौकीन पर्यटकों को भटकना नहीं पड़ रहा। विभाग ने रिसॉर्ट के कमरों में शराब पीने पर्यटक को मना कर दिया है। रिजॉर्ट के बार में सामान्य बार की तुलना में दाम अधिक है। एक बीयर यहां 400 में दी जा रही है। बार में महंगी दारू भी उपलब्ध है। चिल्फी का रिसार्ट पहाड़ों के ऊपर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 900 मीटर की ऊंचाई पर है। इस वजह से यहां चार में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है।