बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के शासकीय प्राथमिक शाला गुनरबोड़ में 'उल्लास' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत असाक्षरों को पढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए शाला के बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक किया गया। जिसमें शिक्षा के महत्व को बताकर सभी असाक्षरों से पढ़ने के लिए अनुरोध किया गया है।
शिक्षा है जरूरी
नाटक में बच्चों ने यह संदेश दिया कि, बिना शिक्षा के जीवन में हमें बहुत सी समस्या का सामना करना पड़ता हैं। शिक्षा के अभाव में बहुत अधिक हानि उठानी पड़ सकती हैं। पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। हमें जब भी मौका मिले ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए। क्योंकि शिक्षा व्यर्थ नहीं जाता। इस नाटक को लावण्या, पवन, बजरंग, कुन्ती, रोहन, यश, मीरा, दीपक आदि बच्चों द्वारा शिक्षिका विधि शर्मा के मार्ग दर्शन में किया गया।
पढ़ने के लिए किया प्रेरित
स्वयं सेवी शिक्षक विशाल सेन कहा कि, सभी पढ़ने आए ऐसा मौका हमेशा नहीं आता। अतः सभी इसका लाभ ले। शिक्षिका विधि शर्मा ने भी शिक्षा के महत्व को बताते हुए सभी को पढ़ने के लिए प्रेरित किया। शाला के प्रधान पाठक ललित निर्मलकर के निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।