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ठंड के सीजन में जब सब्जियों की कीमत बहुत कम रहती है, इतनी कम कि, कई बार किसान फूल गोभी जैसी सब्जियां खुले में फेंक देते हैं। भाजियां दस से बीस रुपए तक में बिकती हैं। लेकिन पहली बार छत्तीसगढ़ में यही सब्जियां चिल्हर में 80 से 100 रुपए तक बिक रही हैं।

भाजियों की कीमत भी चार गुना, 20 के स्थान पर कीमत 80 से 100।

कई सब्जियों के दाम सौ रुपए, असम के व्यापारी कर रहे जमकर खरीदी।

रायपुर।  भाजियों के साथ कई सब्जियों की कीमत में आग लगने की जब हरिभूमि ने पड़ताल की तो यह बात सामने आई की पहली बार असम जैसे दूर के राज्य के कारोबारी भी यहां से भाजियों के साथ दूसरे सब्जियां खरीदकर अपने राज्य भेज रहे हैं। अन्य राज्यों में बंगाल, उप्र, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा के कारोबारी यहां से खरीदारी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में ठंड का सीजन भाजियों और हरी सब्जियों का रहता है। यहां पर भरपूर मात्रा में इसकी पैदावार होती है। पैदावार इतनी ज्यादा रहती है कि इसकी कीमत भी नहीं के बराबर रहती है। जब दिसंबर का माह प्रारंभ हुआ तो यहां पर भाजियों की आमद के साथ पहले कीमत ज्यादा रही, लेकिन इसके बाद कीमत जमीन पर आई और कीमत ने ग्राहकों को राहत भी दी, लेकिन यह राहत ज्यादा दिनों तक नहीं रही और कीमत लगातार बढ़ने लगी और अब तो कीमत में आग लग गई है। 

सस्ती सब्जियां गिनती की

इस समय सबसे सस्ती सब्जी की बात करे तो वह पत्ता गोभी है। यह चिल्हर में 15 से 20 रुपए किलो है। इसी तरह से लौकी भी 10 से 15 रुपए किलो में बिक रही है। कद्दू को सबसे सज्जन सब्जी के रूप में जाना जाता है। इसकी कीमत आमतौर पर 20 रुपए रहती है। इसकी कीमत इस समय 30 रुपए किलो है। मटर 30 से 40 रुपए किलो, गाजर 40 रुपए किलो है। 

20 की भाजी 80 से 100 रुपए

ठंड के सीजन में भाजियों की कीमत आमतौर पर चिल्हर में दस से बीस रुपए किलो रहती है। दिसंबर के पहले सप्ताह में चिल्हर में लाल भाजी दस रुपए और पालक भाजी 20 रुपए, मैथी भी 20 रुपए किलो बिकी है। लेकिन इस समय इनकी कीमत 80 से 100 रुपए चल रही है। इसी के साथ भाजियों की क्वालिटी भी ज्यादा अच्छी नहीं है। चना: भाजी 120 रुपए, तिवरा भाजी 80 रुपए, प्याज भाजी भी 60 से 80 रुपए किलो है। मूली कुछ समय पहले तक 10 से 20 रुपए किलो मिल रही थी लेकिन अब इसकी कीमत भी 30 से 40 रुपए किलो हो गई है। दूसरी भाजियों की कीमत भी 60 रुपए किलो है। भाजी 120 रुपए, तिवरा भाजी 80 रुपए, प्याज भाजी भी 60 से 80 रुपए किलो है। मूली कुछ समय पहले तक 10 से 20 रुपए किलो मिल रही थी लेकिन अब इसकी कीमत भी 30 से 40 रुपए किलो हो गई है। दूसरी भाजियों की कीमत भी 60 रुपए किलो है।

ये सब्जियां सौ के पार

कई सब्जियों के दाम सौ के पार हो गए हैं। ऐसी सब्जियों में कुदरू जैसी सब्जी इस समय सौ रुपए किलो है। भिंडी 120 रुपए, गंवार फल्ली 100 रुपए, सेमी 80 से 100 रुपए, ढेस 100 से 120 रुपए, फूल गोभी 80 से 100 रुपए किलो है। बैंगन पखवाड़े भर पहले 10 से 20 रुपए किलो चिल्हर में बिक रहा था, लेकिन अब 60 रुपए किलो हो गया है। परवल और करेला भी 80 रुपए किलो है।


पहली बार इतनी कीमत

थोक सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष टी. श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि,ठंड के सीजन में भाजी और सब्जियों की कीमत बहुत कम रहती है। इतिहास में पहली बार कीमत बहुत ज्यादा हो गई है। रायपुर थोक बाजार में कई राज्यों के कारोबारी अपने राज्य माल ले जा रहे हैं जिससे कीमत बढ़ रही है। 

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