संदीप करिहार- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में टीकाकरण के बाद दो नवजात की मौत हो गई। दो दिन पहले बच्चों को बीसीजी और पेंटा वन का टीका लगा था। इस दौरान 7 बच्चों का टीकाकरण किया गया था। शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गई है। वहीं 5 बच्चों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
दरअसल यह पूरा मामला कोटा के पटैता कोरीपारा का है। जहां पर टीकाकरण के बाद दो नवजात बच्चों की मौत हो गई। दो दिन पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 7 बच्चों का टीकाकरण किया गया था। शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गई है। वहीं 5 बच्चों को ऑब्जर्वेशन के लिए सीएचसी में भर्ती किया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग हडकंप मच गया है।
गांव में 7 बच्चों को लगा टीका
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले क्षेत्र में टीकाकरण अभियान चलाया गया। इस दौरान नवजात बच्चों से लेकर 3 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया गया। गांव में 7 बच्चों को टीका लगा। दोनों नवजातों को पटैता के आंगनबाड़ी केंद्र में टीका लगाया गया था। स्वास्थ्य अधिकारीयों के अनुसार दोनों नवजातों को बीसीजी और पेंटा वन का टीकाकरण कराया गया था। जिसके बाद दो बच्चों की मौत हो गई है। वहीं 5 बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑब्जर्वेशन के लिए भर्ती किया गया है। बताया जा रहा है की, मृत बच्चों के चेहरे नीले पड़ने के कारण लोग स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण को जिम्मेदार मान रहे है।
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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने जाना हाल
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव जिला अस्पताल पहुंचकर मासूम बच्चों की मौत पर संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा उन्होंने ऑब्जर्वेशन में रखें पांच बच्चों का हालचल जाना और परिजनों से भी मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने मासूम बच्चे को गोद में लेकर बाबा ने दुलार किया।
विधायक भी पहुंचे थे अस्पताल
इसके अलावा पूर्व विधायक शैलेश पांडेय और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी सहित अन्य समर्थक भी अस्पताल पहुंचे।