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विधानसभा चुनाव के पहले बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाकर मनेन्द्रगढ़ के कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव आते ही एक बार फिर अब वे माफीनामा देकर कांग्रेस में आ गए हैं।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर बागी नेताओं के घर वापसी का दौर जारी है। विधानसभा चुनाव के पहले बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाकर मनेन्द्रगढ़ के कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव आते ही एक बार फिर अब वे माफीनामा देकर कांग्रेस में आ गए हैं। 

पीसीसी चीफ को लिखा गया विनय जायसवाल का पत्र
पीसीसी चीफ को लिखा गया विनय जायसवाल का पत्र

हालांकि, कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव को देखते ज्यादा अड़ी नहीं और विनय से लिखित में माफ़ीनामा लेकर उनका निष्कासन समाप्त कर दिया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिख कर कहा कि, आवेश में मुझसे चूक हो गई और मैंने अपने ही नेताओं पर झूठे आरोप लगा डाले थे।अध्यक्ष जी, मुझे क्षमा कीजिए। इस गिड़गिड़ाने वाले पत्र के बाद दो दिन पहले उनका निष्कासन समाप्त किया गया है। वहीं राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि, इस्तीफे के बाद विनय जायसवाल ने बीजेपी में शामिल होने के लिए अपने स्तर पर भरपूर कोशिशे की। लेकिन वहां बात बनी नहीं। लिहाजा कांग्रेस में वापसी के लिए प्रयास शुरू किया और माफिनामा देकर वापिस पार्टी में आ गए हैं। 

बड़े नेताओं पर लगाए थे पैसे मांगने के आरोप 

आपको बता दें कि, विधानसभा चुनाव के पूर्व विधायक जायसवाल ने इस्तीफे दे दिया था और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़े नेताओं पर टिकिट के लिए मोटी रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। विनय ने कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव पर भी पैसा मांगने का आरोप लगाया था। 2018 में सरकार बनाने के लिए चंदन यादव ने बड़ी मेहनत की थी। सो पार्टी ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद विनय को कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। 

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