राजा शर्मा- डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में नवरात्री पर्व के दौरान पुलिस का मानवीय रूप देखने को मिला। मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने के लिए आए दृष्टिबाधित छात्रों को विशेष सेवा देते हुए पुलिसकर्मियों ने वाहन में बैठाकर नीचे मंदिर का दर्शन कराया। इसके साथ ही उन्हें मेला घुमाकर उनके घर तक उन्हें सुरक्षित ट्रेन में जरिए वापस भेजा। वहीं सीएम साय ने पुलिस जवानों के सेवा की सराहना की है।
धर्मनगरी डोंगरगढ़ में विश्व प्रख्यात मां बमलेश्वरी देवी के दरबार में नवरात्री पर्व मनाया जा रहा है। मातारानी के दर्शन के लिए नेता और अधिकारी भी पहुंच रहे हैं। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कई पुलिसकर्मी सेवा में तैनात रहते हैं। नवरात्री पर्व के सातवे दिन दिग्विजय कॉलेज में पढ़ने वाले दृष्टिहीन प्रकाश सोनकर और माहेश्वरी बघेल माता के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे।
पुलिसकर्मी ने दिखाई मानवता
ड्यूटी मैं तैनात पुलिस बल मानवता का परिचय देते हुए दृष्टिहीन छात्रों को रोपवे के माध्यम से माता के दरबार लेकर गए। जहां पर ऊपर मंदिर में उन्होंने मातारानी की पूजा- अर्चना की। इसके बाद पुलिसकर्मी ने इन छात्रों को पुलिस वाहन में बैठाकर नीचे स्थित छोटी मां बमलेश्वरी का दर्शन कराया। साथ ही इन छात्रों को मेला घुमाकर विशेष सेवा देते हुए ट्रेन में बैठाकर उनकों वापस भेजा गया।
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सीएम साय ने की सराहना
दृष्टिबाधित छात्रों की सेवा करने वाले पुलिस जवानों की सराहना करते हुए सीएम साय ने अपने इंस्टाग्राम में फोटो शेयर की है. उन्होंने लिखा कि, नवरात्र के पावन अवसर पर डोंगरगढ़ स्थित माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के प्रति सुरक्षा और सेवा भाव के साथ राजनांदगांव पुलिस के जवान अपना कर्त्तव्य पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। आस्था के साथ मंदिर पहुचें दो दृष्टिबाधित श्रद्धालुओं को पुलिस के जवानों ने सेवा भाव से माता रानी के दर्शन करवाएं।