कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में पूर्व विधायक ममता चंद्राकर की सुरक्षा वापिस लेने पर उनका दर्द बाहर आ गया है। पूर्व विधायक ममता चंद्राकर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, महिला सुरक्षा की बात करने वाले बीजेपी के लोग महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान देना तो दूर सुरक्षाकर्मियों को ही वापस ले रहे हैं। वहीं तीन दिन पहले पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी इसका विरोध किया था और सरकार पर निशाना साधा था।
मैं एक पूर्व विधायक होने के साथ-साथ जन प्रतिनिधि हूं और हमारा जिला नक्सल प्रभावित जिला है। क्षेत्रीय दौरे में मुझे वनांचल से लेकर गांव-गांव जाना होता है और इसके बावजूद मेरे सुरक्षाकर्मियों को वापस लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि, बीजेपी सरकार कांग्रेस नेताओ के साथ भेद भाव कर रही है। बीजेपी नेताओं की सुरक्षाकर्मियों को वापस नहीं ले रही है। लेकिन मेरे महिला होने के बाद भी मुझसे सुरक्षाकर्मियों को वापस कराया गया। बिना सुरक्षाकर्मियों के डर और असहजता बनी रहती है। उन्होंने गृहमंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा से सुरक्षाकर्मी दिलाने की मांग भी की है।
बैज ने भी किया था इसका विरोध
पिछली सरकार में जिन कांग्रेसी नेताओं को मिली सुरक्षा को हटाने के मामले में दीपक बैज ने कहा कि, जिन कांग्रेस के नेताओं की सुरक्षा हटाई गई है और जिन कांग्रेसी नेताओं को सुरक्षा देना जरूरी है। उन सभी की लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही राज्य सरकार से इन सभी नेताओं को सुरक्षा देने की मांग की जाएगी और अगर सरकार इस पर अमल नहीं करती है। तो किसी भी प्रकार की घटना घटने पर बीजेपी सरकार इसके लिए जिम्मेदार होगी। दीपक बैज ने कहा कि, एक तरफ जहां बस्तर संभाग के 43 बीजेपी नेताओं को अलग-अलग श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। वहीं दूसरी तरफ कई कांग्रेसियों की सुरक्षा हटा ली गई है। उन्होंने कहा कि 2013 में हुए झीरमघाटी हमले में सबसे ज्यादा कांग्रेसियों की शहादत हुई है।