सोमा शर्मा/राजिम। प्रदेश के प्रयागराज राजिम में चले 15 दिवसीय कुम्भ कल्प में पहुंचे श्रद्धालुओं ने न सिर्फ आस्था, संस्कृति,मनोरंजन के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। बल्कि अपने शरीर का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर स्वास्थ्य लाभ भी लिया। कुंभ में पहुंचे विदेशी पर्यटकों ने भी इसका लाभ लिया। कल्प कुंभ में डॉ. प्रियंका बिस्सा व्यास और उनकी टीम ने“रक्तवीर” स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता अभियान चलाया है| इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया है।
विदेशियों ने लिया लाभ
राजिम कुंभ 2024 में इटली और फ्रांस से आये लोगों ने भी इस अभियान में अपना परीक्षण करवाया है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की प्रतिनिधि सोनल शर्मा ने विधिवत पूरी जांच के बाद विश्व रिकॉर्ड की घोषणा की। घोषणा करने के बाद मुख्यमंत्री साय की पत्नी कौशल्या देवी, धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और गरियाबंद विधायक रोहित साहू ने डॉ. प्रियंका विस्सा व्यास के साथ उनकी पूरी टीम को सम्मानित किया है।
नया विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया
पांच दिन तक चले इस रक्तवीर अभियान में विराट संत समागम में 23 हजार 180 लोगों का ब्लड टेस्ट कार्ड उपलब्ध कर नया विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। इस ब्लड टेस्ट कार्ड में हाइट (लम्बाई), वेट (वजन), ब्लड प्रेशर, शुगर, ब्लड ग्रुप, हीमोग्लोबिन, सिकलिंग एवं एच.आई.वी. की निःशुल्क जांच की गई।
डॉ. शारदा ठाकुर ने क्या बताया
शासकीय स्वास्थ्य विभाग मगरलोड की बीएमओ डॉ. शारदा ठाकुर ने बताया कि, परीक्षण कराने वालों में 65% लोगों को बी.पी और शुगर की जानकारी नहीं थी। लेकिन रक्तवीर अभियान के माध्यम से स्वस्थ्य रहने की जानकारी लाखों लोगों तक पहुंची।
मेले में घूम-घूमकर जांच करना चुनौतीपूर्ण- डॉ. प्रियंका
राष्ट्रपति से सम्मानित डॉ. प्रियंका बिस्सा व्यास ने बताया कि, ब्लड प्रेशर, शुगर और बीएमआइ के नियंतरण से व्यक्ति निरोगी रहता है| इस अभियान में लोगों में जागरूकता लाने के लिए पुरे मेला में घूम-घूम कर जांच की गई, जो सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है।
इन सब ने निभाई भूमिका
इस अभियान में 195 वालंटियर्स, सहयोगी अजय बोराल, अंकिता टंडन, ऐश्वर्य,सृष्टि, विनय, आशी, मुस्कान और लैब टीम में किशोर देवांगन, संतोष, तरुण, गार्गीशंकर सेन, रितेश, संजय एवं भुवन का विशेष योगदान रहा है। बता दें, 2018 में प्रियंका की टीम का भारत का पहला ब्लड टेस्ट कार्ड बना, जिसमें 11 हजार 551 लोगों की रक्त जांच कर उन्हें कार्ड उपलब्ध कराया गया था। इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा हुई है।