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Delhi Elections 2025: दिल्ली चुनाव में सियासत लगातार बढ़ती जा रही है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह आज दो मुद्दों पर मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेंगें। इसमें एक बड़ा मुद्दा अवध ओझा की उम्मीदवारी से जुड़ा हुआ है। जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर...

Avadh Ojha will not be able to contest delhi elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव में पटपड़गंज से प्रत्याशी अवध ओझा की उम्मीदवारी को लेकर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने अवध ओझा के दिल्ली चुनाव लड़ने को लेकर दावा करते हुए कहा कि ओझा के नामांकन पर पेंच फंस सकता है। वहीं, केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बीजेपी बेईमानी और धांधली करके दिल्ली चुनाव लड़ना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने अवध ओझा के वोट ट्रांसफर पर रोक लगाना चाहती है। बता दें अवध ओझा मौजूदा समय में ग्रेटर नोएडा के वोटर हैं। किसी भी उम्मीदवार को किसी राज्य से चुनाव लड़ने के लिए उस राज्य का वोटर होना जरूरी होता है।

'सीईओ ने बदला अपना ऑर्डर'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वोट ट्रांसफर करने के लिए अवध ओझा ने आखिरी तारीख 7 जनवरी के फॉर्म 8 भर दिया था लेकिन 24 घंटे के भीतर ही दिल्ली सीईओ ने अपना ऑर्डर बदल दिया और कहा कि फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 6 जनवरी है। उन्होंने सीईओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव आयोग वोट ट्रांसफर करने के लिए दूसरी बार अंतिम तारीख का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि ऐसा जानबूझकर अवध ओझा को चुनाव में लड़ने से रोकने के लिए किया गया है।

क्या है वोट ट्रांसफर का पूरा मामला?

अवध ओझा से जुड़े इस पूरे मामले को समझाते हुए केजरीवाल ने बताया कि ओझा को वोट ग्रेटर नोएडा में बना हुआ है। दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा से उम्मीदवार चुने जाने के बाद उन्होंने दिल्ली में अपना वोट बनवाने के लिए 26 दिसंबर को फॉर्म 6 भरा था, जिसका कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि वोट ट्रांसफर करवाने के लिए फॉर्म 8 भरना होगा। इसके बाद अवध ओझा ने 7 जनवरी को फॉर्म 8 भर दिया।

केजरीवाल ने बताया कि कानून के मुताबिक, फॉर्म भरने की तारीख 7 जनवरी है। चुनाव आयोग के नियम के अनुसार, नामांकन की तारीख से 10 दिन पहले तक फॉर्म 6, फॉर्म 7 और फॉर्म 8 भरे जा सकते हैं। इसके हिसाब से 7 जनवरी फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सीईओ ने चुपचाप एक आदेश जारी किया और कहा कि अब 6 जनवरी तक ही वोट ट्रांसफर कराए जा सकते हैं। इसको लेकर केजरीवाल ने आरोप लगाया कि यह अवध ओझा को चुनाव लड़ने से रोकने की साजिश है।

2 मुद्दों को लेकर चुनाव आयोग से मिलेंगे केजरीवाल

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह दो मुद्दों को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। पहला मुद्दा है कि अवध ओझा का वोट ग्रेटर नोएडा से दिल्ली में ट्रांसफर किया जाए। वहीं, दूसरा मुद्दा है कि बीजेपी के साथ स्थानीय डीएम भी वोट घोटाले में शामिल हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के सरकारी बंगले से 30-40 वोट बनाने के आवेदन आए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10-11 सालों में जिन बीजेपी सांसदों के यहां सिर्फ 2-4 वोट थे, वहां से चुनाव के पहले 30-40 वोट बनवान के आवेदन कैसे आ सकते हैं। केजरीवाल ने आगे कहा कि स्थानीय निर्वाचन अधिकारी यानी की डीएम भी इन लोगों के वोट बनाने का मन बना चुके हैं।

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