Delhi CM Arvind Kejriwal: राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने राजधानी के रेहड़ी पटरवालों के लिए आज बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने घोषणा कर कहा है कि रेहड़ी पटरी वालों के लिए अब एक सर्वे होगा। इसके बाद ही उन्हें दुकान लगाने की अनुमति होगी। उनसे कोई रिश्वत नहीं मांगेगा। साथ ही, इस सर्वे के बाद वहां रहने वाले लोगों को भी दिक्कतें नहीं होगी। वे बिना किसी डर और भय के अपनी दुकान लगा सकेंगे।
रेहड़ी-पटरी वालों के लिए होगा सर्वे
सीएम केजरीवाल का कहना है कि इन रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को पुलिस काफी परेशान करती है। वे गरीब हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण कर बड़ी मुश्किलों से कर रहे हैं। इस सर्वे के काम में करीब महीने भर का समय लगेगा। इसके बाद ही उन्हें पूरी इज्जत के साथ वह अपनी दुकान लगा पाएंगे। रेहड़-पटरी वालों के लिए एक ऐसी व्यवस्था होगी, जिसमें सुरक्षा और यातायात की कोई दिक्कत नहीं होगी। हम सभी लोग उनसे अपनी जरूरतों का सामान खरीदते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि वह अपने जीवन का यापन सही ढंग से करें और उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत न हो।
दिल्ली के रेहड़ी पटरी वालों के लिए बहुत बड़ी ख़ुशख़बरी। pic.twitter.com/F61R4LIxBT
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 16, 2024
लोकसभा चुनाव से पहले का यह ऐलान महत्वपूर्ण
लोकसभा चुनाव से पहले सीएम केजरीवाल का यह ऐलान बेहद महत्वपूर्ण है। आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में ऑटो चालकों की परेशानी का मुद्दा उठाया था। इस मुहिम के चलते लगभग हर ऑटो पर सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न नजर आता था। अब लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। आज इस चुनाव की तारीखों का भी ऐलान होने वाला है। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने रेहड़ी पटरी वालों की समस्या का मुद्दा उठा दिया है।
चार साल पहले अटक गया था इस सर्वे का काम
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चार साल पहले भी दिल्ली में रेहड़ी पटरी वालों के सर्वे का काम शुरू किया गया था, लेकिन दिल्ली सरकार से फंड न मिलने के कारण यह कार्य पूरा नहीं हो सका। दरअसल, दिल्ली सरकार ने 27 टाउन वेडिंग कमेटियों के गठन की अधिसूचना जारी की थी। इसके तहत रेहड़ी पटरी वालों का भी सर्वे होना था। उस वक्त तीन एमसीडी थी, जिन्होंने कहा था कि हमारे पास सर्वे के लिए फंड नहीं है। साउथ एमसीडी ने इस सर्वे के लिए सात करोड़ रुपये की मांग दिल्ली सरकार से की थी। फंड होने की वजह से सर्वे नहीं हो पाया। अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीएम केजरीवाल ने रेहड़ी पटरी वालों के सर्वे कराने की बात कहकर दिल्ली के सियासी दलों में हलचल पैदा कर दी है।