Delhi Liquor Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट के सामने सीएम ने कहा कि बजट सत्र की वजह से कोर्ट में पेश नहीं हो पाए। अब कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 16 मार्च को होगी। सुनवाई के दौरान केजरीवाल ने आगे कहा कि अगली सुनवाई के लिए वह खुद पेश होंगे। बता दें कि ईडी की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें आज पेश होने का आदेश दिया था।
ईडी इन पांच बिंदुओं पर करना चाहती है पूछताछ
ईडी की ओर से कोर्ट में कहा गया है कि वह पांच बिंदुओं को आधार बनाकर अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है। ईडी की जांच में पांच पॉइंट्स सामने आये हैं, जिसमें सबसे पहले प्रोसीड ऑफ क्राइम के 338 करोड़ रुपये आप पार्टी के पास कैसे पहुंचे हैं।
दरअसल, मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने 338 करोड़ रुपये की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। जिसमें यह साबित हो रहा था कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड़ रुपये आप तक पहुंचा है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल है इसलिए उनसे पूछताछ करना बेहद जरूरी है।
अरविंद केजरीवाल की हुई थी आरोपी से वीडियो कॉल
वहीं ईडी का दूसरा पॉइंट है कि शराब घोटाले के आरोपी इंडोस्पिरिट के डायरेक्टर समीर महेंद्रू ने पूछताछ में बताया है कि अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी विजय नायर ने उसकी मुलाकात फेस टाइम एप के जरिए सीएम अरविंद केजरीवाल से करवाई थी। जिसमें अरविंद केजरीवाल ने उनसे बोला था कि विजय नायर उसका आदमी है और उसे नायर पर भरोसा रखना होगा।
सीएम ने बुलाई थी बैठक
वहीं तीसरा पॉइंट ईडी ने बताया कि नई आबकारी नीति को लेकर सीएम केजरीवाल के आवास पर मीटिंग हुई थी। वहीं चौथा पॉइंट मनीष सिसोदिया के वर्तमान सचिव सी अरविंद ने पूछताछ के दौरान बताया कि आबकारी नीति में 6 प्रतिशत का प्रॉफिट था, जिसे अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से ही 12 प्रतिशत किया गया था।
इसका मतलब साफ है कि आबकारी नीति बनाने में अरविंद केजरीवाल ने भी भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, आखिरी पॉइंट नई आबकारी नीति को लेकर जो कैबिनेट बैठक हुई थी, वह कैबिनेट बैठक अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई जाती है। ईडी इन्हीं पांच पॉइंट्स को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है।