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Delhi PUC Certificate: वाहनों की बिना जांच के प्रदूषण मुक्त सर्टिफिकेट देने के मामले सामने आने के बाद दिल्ली सरकार ने पीयूसी को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। अब इस पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाना भी अनिवार्य कर दिया है।

Delhi PUC Certificate: दिल्ली में वाहन प्रदूषण जांच की प्रक्रिया में अब एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब से वाहनों की प्रदूषण जांच कराते समय पूरी प्रक्रिया का वीडियो भी बनाना होगा। इसके बाद इसे परिवहन विभाग के ऐप पर अपलोड भी करना होगा। दिल्ली सरकार ने यह कदम बिना प्रदूषण जांच के प्रमाण पत्र (PUC) जारी करने की शिकायतों के बाद उठाया है। 

परिवहन अधिकारी ने दी जानकारी

परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से कहा गया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में बिना जांच के प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी किए जाने, पीयूसी जांच केंद्र पर केवल रजिस्ट्रेशन नंबर चढ़ाकर पीयूसी जारी करने व जांच की ज्यादा कीमत वसूलने की शिकायतें मिल रहीं थी। हालांकि, अब किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर सरकार का सॉफ्टवेयर इसे तुरंत पकड़ लेगा। 

दिल्ली में कई सेंटरों में पाई गई कमियां

बता दें कि दिल्ली में कुल 949 प्रदूषण जांच केंद्र चल रहे हैं, जहां गाड़ियों के प्रदूषण की जांच होती है और पीयूसी प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। इस साल एक जनवरी से नवंबर माह तक प्रदूषण जांच केंद्रों से 45 लाख, 56 हजार 414 गाड़ियों को पीयूसी सर्टिफिकेट जारी किए गए है। साथ ही, गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए अधिकारियों ने कई पीयूसी जांच केंद्र का निरीक्षण किया था। जांच में कई सेंटरों के कामकाज में कमियां पाई गईं थी। लापरवाही बरतने के लिए 50 से ज्यादा केंद्रों को नोटिस जारी कर दिया गया था।  

फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले केंद्रों पर होगी कार्रवाई

दिल्ली में कई ऐसे वाहन थे जिनकी वजह से बहुत प्रदूषण होता था और उनके भी वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट बना दिए जाते थे और इसके लिए प्रदूषण जांच करने वाले सेंटर अलग-अलग तिकड़म अपनाते थे। अब वीडियोग्राफी करने के बाद फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। अब प्रदूषण सर्टिफिकेट के बावजूद आपकी गाड़ी से ज्यादा धुआं निकलता हुआ पाया गया तो ऐसी स्थिति में प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने वाले केंद्र के वीडियो की जांच की जा सकेगी। साथ ही, अगर फर्जीवाड़े के तहत यह सर्टिफिकेट बनाया गया तो प्रदूषण जांच केंद्र पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।

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