BJP leader Vijender Gupta: दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर बस मार्शलों की बहाली में अनियमितता और लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि सरकार की सुस्ती और लापरवाही ने इन मार्शलों की आजीविका पर संकट खड़ा कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने रविवार को बसों में महिलाओं की सुरक्षा के इरादे से मार्शलों की तैनाती की योजना बनाई। दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस पर आम राय से फैसला लिया गया और जल्द ही इसे उपराज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। वहीं, विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मार्शलों को केवल चार महीने की अस्थायी नौकरी का ऑफर देना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने बर्खास्त किए गए 10,000 मार्शलों को नियमित करने की प्रक्रिया पर ध्यान दिया होता, तो अब तक उनकी नौकरी सुरक्षित हो जाती।
दिल्ली सरकार ने जानबूझकर कार्रवाई में देरी की: विजेंद्र गुप्ता
गुप्ता ने कहा कि ड्यूटी पर तैनाती में 15 दिन की देरी हुई, जिसके कारण मार्शलों को आधे महीने के वेतन का नुकसान होगा। आतिशी ने घोषणा की थी कि मार्शलों की तैनाती 15 नवंबर से होगी, जबकि इसे 1 नवंबर से शुरू होना चाहिए था। गुप्ता ने कहा कि भाजपा के विधानसभा में मुद्दा उठाने के बाद ही कार्रवाई शुरू हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद ही सरकार ने कदम उठाए, अन्यथा इस मामले में देरी की जाती रहती।
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